पटना में शुक्रवार (28 नवंबर 2025) का दिन एक खास और यादगार समारोह का गवाह बना, जब ऑस्ट्रेलिया की प्रसिद्ध कॉन्टेम्परेरी आर्टिस्ट टेसा बार्थोलोमियो और बिहार के नवादा निवासी युवा वैज्ञानिक डॉ. केतन पटेल ने हिंदू परंपराओं के अनुसार सात फेरे लेकर एक-दूसरे का जीवनसाथी बनने का संकल्प लिया।
दानापुर स्थित COI क्लब में आयोजित इस विवाह समारोह में भारतीय संस्कृति और विदेशी सौंदर्य का अनूठा संगम देखने को मिला।
ऑस्ट्रेलिया में शुरू हुई प्रेम कहानी, पटना में मिला मुकाम
टेसा और केतन की मुलाकात कुछ साल पहले ऑस्ट्रेलिया में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में हुई थी। पहली बातचीत दोस्ती में बदली, दोस्ती रिश्ते में और रिश्ता अब शादी के बंधन में बदल गया।
डॉ. केतन पटेल एडिलेड यूनिवर्सिटी में रसायन विज्ञान के शोधकर्ता हैं और हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी पर महत्वपूर्ण रिसर्च कर रहे हैं। वे नवादा जिला वकील संघ के उपाध्यक्ष रंजीत कुमार पटेल के पुत्र हैं।
दूसरी ओर, टेसा बार्थोलोमियो दुनिया भर में अपनी आधुनिक कलाकृतियों के लिए जानी जाती हैं। उनकी पेंटिंग्स कई अंतरराष्ट्रीय गैलरियों में प्रदर्शित की जा चुकी हैं।
टेसा ने क्यों चुनी हिंदू रीति से शादी?
शादी के बाद टेसा ने कहा—
“भारतीय संस्कृति, यहां का अपनापन और पारिवारिक भावनाओं की गहराई मुझे बेहद आकर्षित करती है। मैं चाहती थी कि मेरा विवाह उसी संस्कृति में हो, जिसे मैंने दिल से महसूस किया।”
टेसा ने बताया कि भारतीय शादी की रस्में, रंग, संगीत और पारिवारिक सहभागिता उन्हें हमेशा खास लगीं। इसी वजह से उन्होंने निर्णय लिया कि वे अपनी शादी हिंदू परंपराओं के अनुसार ही करेंगी।
दुल्हन का पूरा परिवार ऑस्ट्रेलिया से पहुंचा पटना
टेसा का परिवार भी इस विशेष समारोह का हिस्सा बनने भारत आया। उनके पिता जॉन बार्थोलोमियो, जो ऑस्ट्रेलियाई सरकार में मार्केटिंग ट्रेनर रह चुके हैं और काउंटी क्रिकेट लीग में भी खेल चुके हैं, अपनी पत्नी कैरोलिन और रिश्तेदारों के साथ पटना पहुंचे।
समधी-मिलन में जॉन बार्थोलोमियो ने भारतीय परंपरा निभाते हुए दूल्हे के पिता रंजीत पटेल को माला पहनाकर गले लगाया।
यह भावुक क्षण समारोह में मौजूद सभी लोगों की तालियों और मुस्कुराहटों से सराबोर हो गया।
ऑस्ट्रेलियाई मेहमानों ने भारतीय धुनों पर जमकर थिरके
शादी का माहौल तब उत्सव में बदल गया जब टेसा के रिश्तेदार और दोस्त ढोल और बॉलीवुड गीतों पर नाचने लगे।
दुल्हा–दुल्हन की मुस्कान, दोनों परिवारों की गर्मजोशी और दो संस्कृतियों का ऐसा सुंदर मिलन—इस विवाह को truly international wedding celebration बना गया।


