एबीवीपी ने विश्वविद्यालय की अराजकता पर उठाए सवाल, जिला प्रशासन से मांगा जवाब

चेतावनी—दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो होगा चरणबद्ध आंदोलन

भागलपुर।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), भागलपुर ने शनिवार को कोतवाली चौक स्थित गौशाला हॉल में प्रेस वार्ता कर विश्वविद्यालय में हाल के दिनों में बढ़ी अराजकता और अव्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन व विवि प्रबंधन पर सवाल उठाए। परिषद ने साफ कहा कि यदि दोषियों पर कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो एबीवीपी चरणबद्ध आंदोलन की राह पर उतरेगा।

छात्र रजत पर लगाए गंभीर आरोप

एबीवीपी नेताओं ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में हाल में हुए हंगामे और अराजक माहौल के पीछे छात्र रजत संगठन का हाथ है। उनका कहना था कि संगठन के अध्यक्ष लालू यादव कई बार विवादों और मुकदमों में घिरे रहे हैं। इसके बावजूद जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रबंधन उनकी गतिविधियों पर लगाम लगाने में नाकाम रहा है।
नेताओं का आरोप है कि लालू यादव और उनके सहयोगी न केवल गुंडागर्दी कर रहे हैं बल्कि छात्रों व शिक्षकों से वसूली जैसी गतिविधियों में भी शामिल रहते हैं।

“झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई”

एबीवीपी पदाधिकारियों ने बताया कि हाल की घटनाओं में प्रशासन ने उनके कार्यकर्ताओं को ही झूठे मुकदमों में फंसा दिया। जिन छात्रों को नामजद किया गया, उनमें से कई तो घटना के दिन अस्पताल में भर्ती थे या शहर में मौजूद ही नहीं थे। इसे परिषद ने प्रशासन की लापरवाही और मनगढ़ंत कार्रवाई बताया।

चेतावनी—आंदोलन होगा तेज

प्रेस वार्ता में परिषद नेताओं ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो एबीवीपी चरणबद्ध और व्यापक आंदोलन शुरू करेगा। संगठन का कहना था कि वह हमेशा विश्वविद्यालय में अनुशासन, स्वच्छता और छात्रों के अधिकारों की रक्षा के लिए खड़ा रहा है और आगे भी पीछे नहीं हटेगा।

छात्रों और अभिभावकों से अपील

बैठक में मौजूद कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए गए तो छात्रों के भविष्य पर खतरा मंडराने लगेगा। एबीवीपी ने समाज, अभिभावकों और छात्रों से अपील की कि वे इस संघर्ष में साथ खड़े हों ताकि विश्वविद्यालय का माहौल दोबारा शैक्षिक और अनुशासनयुक्त बन सके।


 

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