पटना। केंद्र सरकार ने देशभर के लोगों की उन वित्तीय परिसंपत्तियों को वापस दिलाने के लिए बड़ा कदम उठाया है, जो वर्षों से निष्क्रिय खातों, बीमा पॉलिसियों, म्यूचुअल फंड, शेयर और डिविडेंड में पड़ी रह गई हैं। वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवाएं विभाग ने RBI, IRDAI, SEBI और IEPFA के साथ मिलकर 1 अक्टूबर 2025 से राष्ट्रीय अभियान “आपकी पूंजी, आपका अधिकार” की शुरुआत की है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य उन हजारों करोड़ रुपए को rightful owner यानी सही कानूनी मालिकों या उनके उत्तराधिकारियों तक पहुँचाना है, जो लंबे समय से claim न किए जाने के कारण “Unclaimed Financial Assets” के रूप में दर्ज हैं।
क्यों जरूरी पड़ा यह अभियान?
देशभर में करोड़ों रुपये—
- निष्क्रिय बैंक खातों
- लावारिस बीमा पॉलिसियों
- भूले हुए म्यूचुअल फंड निवेश
- शेयर और डिविडेंड
जैसी योजनाओं में वर्षों से पड़े हुए हैं।
इन परिसंपत्तियों पर कोई लेनदेन नहीं होने की वजह से ये unclaimed में बदल जाते हैं।
कई मामलों में खाता धारक की मृत्यु, पते में बदलाव या जानकारी के अभाव के कारण उनके परिवारवालों को इन पैसों के अस्तित्व तक का पता नहीं होता।
बिहार के 8 जिलों में आज लगेगा जागरूकता एवं सहायता शिविर
अभियान को गति देने के लिए बिहार के 8 जिलों में आज 28 नवंबर 2025 को जिला स्तरीय जागरूकता एवं सहायता शिविर आयोजित किया जा रहा है। ये जिले हैं:
- पूर्वी चंपारण
- पूर्णिया
- रोहतास
- समस्तीपुर
- सारण
- सीतामढ़ी
- सिवान
- वैशाली
शिविर का आयोजन राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (SLBC), बिहार के मार्गदर्शन में संबंधित जिला के लीड बैंक द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम पूर्वाह्न 11:00 बजे से शुरू होगा।
लोगों को क्या सुविधा मिलेगी?
शिविर में नागरिकों को इन वित्तीय परिसंपत्तियों के दावे में सहायता दी जाएगी—
- बैंक खातों में पड़े अदावाकृत जमा
- लावारिस बीमा दावे
- शेयर और डिविडेंड
- म्यूचुअल फंड निवेश
- पेंशन से जुड़े दावे
- IEPFA से रिफंड की प्रक्रिया
शिविर में इन सभी संस्थाओं की उपस्थिति रहेगी—
- प्रमुख बैंक
- बीमा कंपनियाँ
- पेंशन विभाग
- SEBI
- IEPFA
अधिकारी मौके पर ही दस्तावेजों की जांच कर दावे की प्रक्रिया समझाएँगे। कई मामलों में आवेदन वहीं से आगे बढ़ाया जाएगा।
नागरिकों के लिए बड़ा मौका
सरकार का कहना है कि यह अभियान लोगों की “भूली-बिसरी पूंजी” को वापस दिलाने के लिए चलाया जा रहा है।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि देशभर में unclaimed financial assets का मूल्य कई हजार करोड़ रुपये है।
यदि किसी व्यक्ति के माता-पिता, दादा-दादी या अन्य परिवारजन का पुराना बैंक खाता, बीमा पॉलिसी या शेयर निवेश रहा है, तो इस शिविर में जाकर उनका दावा करना बेहद आसान होगा।
जिन्हें अपने रिश्तेदारों के पुराने खातों का संदेह भी है, वे भी शिविर में जानकारी ले सकते हैं।


