भागलपुर, 2 मई 2025:महिला सशक्तिकरण की दिशा में बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं अब जमीनी स्तर पर प्रभाव दिखा रही हैं। इसका जीवंत उदाहरण महिला संवाद कार्यक्रम के माध्यम से सामने आ रहा है, जहां महिलाएं अपनी आवाज बुलंद कर रही हैं और राज्य की नीतियों पर सक्रिय रूप से संवाद में भाग ले रही हैं।
सरकारी योजनाओं से महिलाओं को मिला नया संबल
आरक्षण का लाभ लेकर कई महिलाएं पंचायती राज संस्थाओं में नेतृत्व कर रही हैं। कुछ महिलाएं शिक्षिका, पुलिसकर्मी और उद्यमी बनकर अपनी पहचान बना रही हैं। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, सतत जीविकोपार्जन योजना और स्वरोजगार कार्यक्रमों ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान किया है।
रंगरा चौक प्रखंड के भवानीपुर पंचायत में दिखा उत्साह
महिला संवाद कार्यक्रम में भवानीपुर पंचायत की निर्मला देवी ने कहा, “सरकार की नीतियों के कारण अब हम जैसी महिलाएं खुलकर अपनी बात कह पाती हैं। योजनाओं का लाभ हमें आगे बढ़ने की ताकत देता है।”
यह कार्यक्रम महिलाओं को केवल अपनी बात कहने का मंच नहीं देता, बल्कि उन्हें सामाजिक, आर्थिक और नीतिगत विकास में भागीदारी का अवसर भी देता है।
भागलपुर में 435 ग्राम संगठनों में हो चुके हैं संवाद कार्यक्रम
आज जिले के 30 ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ। अब तक कुल 435 ग्राम संगठनों में यह कार्यक्रम संपन्न हो चुका है। इन संवादों में महिलाएं न केवल अपने अनुभव साझा कर रही हैं, बल्कि नई योजनाओं पर सुझाव और आकांक्षाएं भी प्रस्तुत कर रही हैं।
स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वरोजगार प्रमुख मुद्दे
महिलाओं की प्राथमिक समस्याओं में स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वरोजगार सबसे अहम हैं। महिलाओं ने स्थानीय रोजगार विकल्प, ग्रामीण हाट और घरेलू उत्पादों की मार्केटिंग के लिए स्थायी व्यवस्था की मांग की है।
महिला संवाद से दिख रहा परिवर्तन का नया रास्ता
महिला संवाद कार्यक्रम न केवल महिलाओं की भागीदारी बढ़ा रहा है, बल्कि बिहार के सामाजिक ताने-बाने में महिलाओं की भूमिका को भी सशक्त बना रहा है। सरकार और समाज की साझेदारी से यह बदलाव लगातार गति पकड़ रहा है।