कटिहार (बिहार), 6 जून 2025:
कटिहार जिले के आजमनगर थाना क्षेत्र के महालदार टोला गांव में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से सनसनी फैल गई है। मृतका की पहचान राजेश मंडल की पत्नी सती देवी के रूप में की गई है। परिजनों का आरोप है कि एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही के चलते उनकी मौत हुई है।
इलाज के दौरान बिगड़ी हालत, कुछ ही देर में मौत
परिजनों के अनुसार, सती देवी की तबीयत खराब होने पर उन्हें पास के बाजार में इलाज के लिए झोलाछाप डॉक्टर हसन उर्फ कल्लू के पास ले जाया गया। इलाज के दौरान डॉक्टर ने एक इंजेक्शन लगाया, जिसके कुछ ही देर में महिला की हालत बिगड़ गई और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया और गांव में भारी आक्रोश फैल गया।
फर्जी डॉक्टर कर रहा था वर्षों से इलाज – ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों ने बताया कि हसन बिना किसी मेडिकल डिग्री और वैध लाइसेंस के वर्षों से इलाज कर रहा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की लापरवाहियां पहले भी सामने आ चुकी हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई थी।
हत्या की धाराओं में शिकायत दर्ज, कड़ी कार्रवाई की मांग
मृतका के परिजनों ने इसे महज लापरवाही नहीं, बल्कि ‘हत्या’ करार देते हुए आजमनगर थाना में आरोपी डॉक्टर के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से फर्जी डॉक्टर को तुरंत गिरफ्तार करने और कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने इलाके की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से अपील की है कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जाए और अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम और क्लीनिकों को बंद किया जाए।