
समस्तीपुर | 29 मई 2025 — बिहार के समस्तीपुर जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें पानी की अनुपलब्धता के चलते एक महिला की मौत हो गई। मृतका के परिजनों का आरोप है कि अगर समय पर पानी उपलब्ध हो जाता, तो उनकी पत्नी की जान बचाई जा सकती थी।
छिपकली वाला पानी देख पड़ोसी के घर गया था पति
मामला शाहपुर उंडी गांव के वार्ड संख्या 20 का है, जहां निवासी राम उदगार पांडेय ने बताया कि 19 मई 2025 को उनकी पत्नी मंजू देवी ने प्यास लगने पर पानी मांगा। जब वह घर में रखी बाल्टी से पानी लाने गए, तो देखा कि उसमें छिपकली गिरी हुई थी। इसके बाद वह तुरंत पड़ोसी अवधेश भगत के घर पानी लाने गए, लेकिन जब तक वह लौटे, तब तक मंजू देवी की मौत हो चुकी थी।
राम उदगार पांडेय ने इस दुखद घटना के बाद एसडीओ पटोरी, जिला अधिकारी और राज्य प्रशासन को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन सक्रिय, पीएचईडी इंजीनियर को लगाई फटकार
शिकायत मिलने के बाद पटोरी अनुमंडल अधिकारी (एसडीओ) विकास कुमार पांडेय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जन स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (PHED) के जूनियर इंजीनियर को कड़ी फटकार लगाई है। एसडीओ ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है, और दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है।
बड़ा सवाल: कब सुधरेगी ग्रामीण क्षेत्रों की जल आपूर्ति व्यवस्था?
यह घटना बिहार में ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट की भयावह स्थिति को उजागर करती है। सवाल यह उठता है कि आज भी गांवों में पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण लोगों को जान तक गंवानी पड़ रही है।
प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वह इस मामले को उदाहरण बनाकर जल आपूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त करे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।