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कौन है सोनी कुमारी, जिसे राष्ट्रपति ने भेजा रात्रि भोज का निमंत्रण? जानिए संघर्ष की कहानी

ByLuv Kush

जनवरी 18, 2025
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दरअसल, बात ही कुछ ऐसी है जिसपर घर के लोगों को विश्वास नहीं हो रहा है. पड़ोस और गांव के लोग सोनी कुमारी की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.

पूरे देश से 6 लोगों का चयन: दरअसल, सोनी कुमारी के घर देश की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के यहां से रात्रि भोज का निमंत्रण आया है. 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी शाम दिल्ली राष्ट्रपति भवन में रात्रि भोज(Dinner) का आयोजन किया जा रहा है. पूरे देश से इसमें 6 लोगों का चयन किया गया है, जिसमें बिहार की सोनी कुमारी भी शामिल हैं.

पति के साथ जाएंगी दिल्ली: सोनी कुमारी राष्ट्रपति का निमंत्रण पाकर फूले नहीं समा रही है. प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) बिहार के राज्य स्तरीय तकनीकी सेल के IEC विशेषज्ञ रमेश चन्द्र देव के नेतृत्व में सोनी कुमारी और उनके पति राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जाएंगी.

24 जनवरी को पटना से होगी रवाना: दोनों पटना से नई दिल्ली के लिए 24 जनवरी को प्रस्थान करेंगे. 26 जनवरी को रात्रि भोज (‘ऐट होम टू रिसेप्शन’) में शामिल होंगे. इसके बाद 27 जनवरी को राष्ट्रपति भवन अमृत उद्द्यान तथा राष्ट्रपति भवन म्यूजियम को देखने का अवसर प्रदान किया जायेगा. इसको लेकर सोनी कुमारी को राष्ट्रपति भवन से निमंत्रण पत्र आया है.

कौन है सोनी कुमारी: सोनी कुमारी मूल रूप से रोहतास के नगर परिषद वार्ड नंबर 11 की रहने वाली साधारण महिला हैं, लेकिन इनके काम काफी सराहनीय है. सोनी कुमारी बिहार की अकेली महिला हैं, जिसे राष्ट्रपति ने निमंत्रण भेजा है. 2018-19 में सोनी कुमारी का चयन प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के लिए हुआ था.

आवास योजना का उठाया लाभ: सोनी बताती हैं कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि वास्तव में उन्हें सरकार के द्वारा पक्का आवास प्रदान किया जाएगा. इन्होंने पूरी ईमानदारी से पीएम आवास योजना का लाभ उठाया और घर बनवायी. खपरैल छत और मिट्टी के बने छोटे से घर में रहने वाली सोनी देवी पक्का आवास पाकर फूले नहीं समा रही है. अब इनका परिवार पक्के घर में रहकर बहुत खुश हैं.

समाज सेवा के साथ घर की जिम्मेदारी: सोनी कुमारी परिवार को संभालने के साथ-साथ समाज सेवा भी करती रहती है. सोनी बताती हैं कि जीविकोपार्जन के लिए उनके पति ओम प्रकाश की जूते की एक छोटी सी दुकान है. एक बेटा बिट्टू व एक प्यारी बिटिया ब्यूटी है. घर का सारा काम करने के बाद भी वह इलाके की महिलाओं को जागरूक करती हैं. खेती भी करती है तथा अपने पति के साथ दुकान में भी हाथ बंटाती है.

“शादी के बाद वह घर की दहलीज लांघ कर बाहर निकली और महिलाओं के लिए काम करना शुरू की. ग्रामीण व पिछड़ा इलाका है, इसलिए यहां की महिलाओं को जागरूक करने के पक्के इरादे को लेकर निकल पड़ी. इस बीच आसपास के लोगों के ताने सुनने को मिले. पति व ससुराल वालों ने हमेशा हौसला अफजाई किया. आज बहुत खुशी हो रही है कि राष्ट्रपति बुलाए हैं.” -सोनी कुमारी

ससुर गदगद: सोनी के सशुर बताते हैं कि उनकी बहू को राष्ट्रपति का निमंत्रण मिलने की खबर से गदगद हैं. पूरे इलाके के लोग खुश हैं. “हमलोगों ने सोनी को कभी बहु नही हमेशा बेटी समझा है. मोहल्ले व आसपास की महिलाओं को जागरुक करने के लिए हमेशा तत्पर रहती है. मदद व सेवा के लिए दिन-रात कभी भी निकल पड़ती है.”

बेटी को खुशी का ठिकाना नहीं: सोनी कुमारी की बेटी ब्यूटी कुमारी बताती हैं कि घर में डाकिया जब निमंत्रण कार्ड ले कर आया तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा. महिलाओं को जागरूक करना, घर के काम के साथ खेती-बाड़ी, पापा के साथ दुकान पर काम करना और हमारा हमलोगों का ख्याल रखना, इतना सारा काम करती है.

समाज सेवा के साथ घर की जिम्मेदारी: सोनी कुमारी परिवार को संभालने के साथ-साथ समाज सेवा भी करती रहती है. सोनी बताती हैं कि जीविकोपार्जन के लिए उनके पति ओम प्रकाश की जूते की एक छोटी सी दुकान है. एक बेटा बिट्टू व एक प्यारी बिटिया ब्यूटी है. घर का सारा काम करने के बाद भी वह इलाके की महिलाओं को जागरूक करती हैं. खेती भी करती है तथा अपने पति के साथ दुकान में भी हाथ बंटाती है.

“शादी के बाद वह घर की दहलीज लांघ कर बाहर निकली और महिलाओं के लिए काम करना शुरू की. ग्रामीण व पिछड़ा इलाका है, इसलिए यहां की महिलाओं को जागरूक करने के पक्के इरादे को लेकर निकल पड़ी. इस बीच आसपास के लोगों के ताने सुनने को मिले. पति व ससुराल वालों ने हमेशा हौसला अफजाई किया. आज बहुत खुशी हो रही है कि राष्ट्रपति बुलाए हैं.” -सोनी कुमारी

ससुर गदगद: सोनी के सशुर बताते हैं कि उनकी बहू को राष्ट्रपति का निमंत्रण मिलने की खबर से गदगद हैं. पूरे इलाके के लोग खुश हैं. “हमलोगों ने सोनी को कभी बहु नही हमेशा बेटी समझा है. मोहल्ले व आसपास की महिलाओं को जागरुक करने के लिए हमेशा तत्पर रहती है. मदद व सेवा के लिए दिन-रात कभी भी निकल पड़ती है.”

बेटी को खुशी का ठिकाना नहीं: सोनी कुमारी की बेटी ब्यूटी कुमारी बताती हैं कि घर में डाकिया जब निमंत्रण कार्ड ले कर आया तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा. महिलाओं को जागरूक करना, घर के काम के साथ खेती-बाड़ी, पापा के साथ दुकान पर काम करना और हमारा हमलोगों का ख्याल रखना, इतना सारा काम करती है.


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