पटना: बिहार की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के एक सोशल मीडिया पोस्ट पर भाजपा ने जोरदार पलटवार किया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला।
प्रभाकर मिश्र ने कहा, “तेजस्वी यादव कब से युवाओं के हित में सोचने लगे? एक ‘नौवीं फेल’ व्यक्ति कभी नहीं समझ सकता कि पढ़ाई-लिखाई क्या होती है और धरना-प्रदर्शन से विद्यार्थियों की पढ़ाई को कितना नुकसान होता है।”
उन्होंने तेजस्वी यादव की तुलना एक ऐसे बिगड़ैल शहज़ादे से की, “जो अपनी जेब में माचिस लेकर घूमता है और जहां भी ज्वलनशील पदार्थ देखता है, वहां तिल्ली जलाकर फेंक देता है।”
प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि शिक्षक अभ्यर्थियों की समस्याएं सरकार के संज्ञान में हैं और समाधान की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा, “कुछ करेगी, तो सरकार ही करेगी। तेजस्वी यादव जैसे लोग केवल जलती आग में अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते हैं।”
भाजपा नेता ने तेजस्वी पर झूठी सहानुभूति दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें पहले अपने पिता से पूछना चाहिए कि उनके शासन में शिक्षकों की क्या स्थिति थी। उन्होंने याद दिलाया कि लालू यादव के समय में शिक्षकों की बहाली बेहद कम मानदेय पर होती थी।
प्रभाकर मिश्र ने लालू-राबड़ी शासनकाल पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि उस दौर में नौकरियों की खुली बोली लगती थी। “मेधावी छात्र दरकिनार कर दिए जाते थे और पैसे वाले अयोग्य लोग नियुक्त होते थे। लालू को जब भी मौका मिला, नौकरी देने के नाम पर अपनी तिजोरी भरने का काम किया,” उन्होंने कहा।
भाजपा प्रवक्ता का मानना है कि तेजस्वी यादव अब पूरी तरह से “एक्सपोज” हो चुके हैं और युवाओं के हित की बात करना उनके लिए सिर्फ एक राजनीतिक हथकंडा है।