लघु जल संसाधन विभाग ने 2,297 योजनाएं पूर्ण कर जल संचयन और हरित क्षेत्र में वृद्धि सुनिश्चित की
पटना: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में वर्ष 2019 में शुरू किए गए “जल-जीवन-हरियाली अभियान” के तहत राज्य में सिंचाई और जल संचयन क्षमता में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है।
लघु जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 2,507 योजनाओं में से 2,297 योजनाएं धरातल पर पूरी हो चुकी हैं, जिससे राज्य के 2,41,782 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की क्षमता बहाल हुई है। कुल लक्ष्य 2,70,697 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई क्षमता पुनर्स्थापित करने का है।
इस अभियान के तहत कुल 993 लाख घनमीटर जल संचयन क्षमता का पुनर्स्थापन किया गया है। जल संचयन और तालाबों, आहर-पईनों के मेढ़ों पर वृक्षारोपण से हरित क्षेत्र में भी वृद्धि हुई है।
विभाग ने बताया कि पिछले वर्षों में जलवायु परिवर्तन और भूगर्भ जल के अत्यधिक दोहन के कारण कई जिलों में जल संकट की स्थिति पैदा हो गई थी। अभियान के तहत किए गए कार्यों से भूगर्भ जलस्तर में सुधार हुआ और रोजगार के नए अवसर भी सृजित हुए हैं।
जल-जीवन-हरियाली अभियान ने न केवल सिंचाई क्षमता बढ़ाई, बल्कि जल संरक्षण और हरित क्षेत्र विस्तार के क्षेत्र में बिहार के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि भी दर्ज की है।


