बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होना है। इस चरण में कुल 122 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। चुनाव आयोग ने सभी बूथों पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं, जबकि राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को साधने के लिए ज़ोरदार प्रचार किया है।
राजद की साख दांव पर, एनडीए की परीक्षा
दूसरा चरण कई बड़े नेताओं और दिग्गजों की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है।
✅ राजद के लिए यह चरण बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि पार्टी की कई मजबूत सीटें इसी फेज़ में आती हैं।
✅ वहीं, एनडीए के लिए यह चरण संगठन और रणनीति की कठिन परीक्षा होगा, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ पिछले चुनाव में उन्हें चुनौती का सामना करना पड़ा था।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, यह चरण तय करेगा कि महागठबंधन अपनी पकड़ मजबूत रख पाएगा या एनडीए पिछला अंतर कम करने में सफल होगा।
किस पार्टी के सबसे ज्यादा उम्मीदवार?
दूसरे चरण में सबसे अधिक उम्मीदवार स्वतंत्र (निर्दलीय) उम्मीदवारों के रूप में मैदान में हैं। इसके बाद:
✅ राजद
✅ भाजपा
✅ जदयू
✅ कांग्रेस
ने अपनी-अपनी ओर से मजबूत दावेदार उतारे हैं। इस चरण में कई सीटों पर त्रिकोणीय और चतुष्कोणीय मुकाबला बन चुका है, जिससे नतीजे और भी दिलचस्प हो सकते हैं।
किस-किस जिले में होगा मतदान?
122 सीटों पर होने वाला मतदान भागलपुर, वैशाली, समस्तीपुर, रोहतास, बक्सर, भोजपुर, जहानाबाद, नवादा, लखीसराय, मुंगेर, बांका, जमुई, नालंदा, गया सहित कई प्रमुख जिलों में होगा।
इनमें से कई सीटें पिछली बार बेहद कम अंतर से जीती या हारी गई थीं, इसलिए इस बार मुकाबला और भी कड़ा होने की उम्मीद है।
मतदान से पहले माहौल गर्म
प्रचार के दौरान—
- राजद ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आक्रामक अभियान चलाया
- एनडीए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सभाओं पर फोकस किया
- कांग्रेस और वामदलों ने कई सीटों पर अलग-अलग रणनीति के साथ मोर्चा खोला
चुनाव प्रचार समाप्त होते ही अब सभी की निगाहें मतदाता की अंतिम पसंद पर टिकी हैं।
क्या संकेत दे रहा दूसरा चरण?
दूसरे चरण का मतदान यह तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा कि—
✅ बिहार में सत्ता की दिशा किस ओर झुक रही है
✅ राजद की पारंपरिक पकड़ बरकरार रहेगी या नहीं
✅ एनडीए पुनः मजबूत वापसी कर पाएगा या नहीं
मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।


