पूर्व रेलवे के मालदा मंडल ने एक बार फिर मानवीय सेवा की मिसाल पेश की है। ‘ऑपरेशन मातृशक्ति’ के तहत रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों ने साहिबगंज स्टेशन पर प्रसव पीड़ा से जूझ रही एक महिला यात्री को त्वरित सहायता प्रदान करते हुए सुरक्षित चिकित्सा सुविधा तक पहुंचाया।
ट्रेन 13071 हावड़ा–जमालपुर एक्सप्रेस में यात्री को हुआ प्रसव पीड़ा
घटना 03 दिसंबर 2025 की है। मालदा डिवीजन को सूचना मिली कि हावड़ा–जमालपुर एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 13071) के कोच S-6 में यात्रा कर रहीं 24 वर्षीय महिला यात्री ईशा परवीन को अचानक तेज प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।
सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन अलर्ट हो गया और साहिबगंज स्टेशन पर सभी आवश्यक इंतज़ाम कर दिए गए।
ट्रेन के स्टेशन पहुंचते ही शुरू हुआ राहत कार्य
जैसे ही ट्रेन साहिबगंज रेलवे स्टेशन पर पहुंची—
- स्टेशन पर तैनात रेलकर्मियों ने तुरंत महिला को सहायता प्रदान की
- साहिबगंज हेल्थ यूनिट के रेलवे डॉक्टर डॉ. सुचेत डी. एस. तुरंत कोच में पहुंचे
- उन्होंने महिला की स्थिति की जांच कर तत्काल सदर अस्पताल, साहिबगंज रेफर करने की सलाह दी
यह निर्णय महिला और नवजात की सुरक्षा के लिए आवश्यक था।
रेल कर्मियों ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
महिला यात्री को सुरक्षित सहायता दिलाने में कई रेलवे कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनमें शामिल थे—
- एएसआई प्रसेनजीत दास (साहिबगंज)
- कांस्टेबल अमित कुमार
- ड्यूटी पर मौजूद कमर्शियल स्टाफ चंदन कुमार पॉल
इन सभी ने मिलकर—
- महिला को स्ट्रेचर पर सुरक्षित उतारने
- परिजनों को सहयोग देने
- अस्पताल तक पहुंचाने की व्यवस्था कराने
में अहम योगदान दिया।
मालदा डिवीजन की तत्परता ने बचाई दो जिंदगियाँ
रेलवे प्रशासन की समय पर कार्रवाई और बेहतरीन समन्वय के कारण महिला को समय पर अस्पताल पहुंचाया गया।
मंडल प्रशासन ने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि—
“यात्री सुरक्षा और मानवीय सेवा मालदा डिवीजन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ‘ऑपरेशन मातृशक्ति’ के तहत ऐसी सहायता आगे भी जारी रहेगी।”
क्या है ‘ऑपरेशन मातृशक्ति’?
पूर्व रेलवे द्वारा शुरू की गई यह विशेष पहल उन महिलाओं की सहायता के लिए है—
- जो यात्रा के दौरान प्रसव पीड़ा में हों
- जिन्हें तत्काल मेडिकल सपोर्ट की आवश्यकता हो
- अथवा अन्य आपात चिकित्सा स्थितियों का सामना कर रही हों
इस पहल के तहत रेलवे स्टाफ को विशेष प्रशिक्षण और दिशा-निर्देश दिए गए हैं ताकि आवश्यकता पड़ने पर तुरंत और सुरक्षित मदद उपलब्ध कराई जा सके।
यह घटना फिर से साबित करती है कि यात्रियों की जान—माल की सुरक्षा के साथ-साथ आपात स्थितियों में मानवीय सहायता प्रदान करने में भी रेलवे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
