
आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वादशी | विक्रम संवत 2082 | दिन विशेष और शुभ मुहूर्त की जानकारी
पंचांग विवरण
- तिथि: द्वादशी
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- मास: आषाढ़
- वार: मंगलवार
- नक्षत्र: मूल (सायं 6:18 बजे तक), उसके बाद पूर्वाषाढ़
- योग: वृद्धि (रात्रि 1:54 बजे तक), फिर ध्रुव
- करण: बव (दोपहर 2:26 बजे तक), फिर बालव
- चंद्रमा की स्थिति: धनु राशि में
- सूर्योदय: प्रातः 5:09 बजे
- सूर्यास्त: सायं 6:47 बजे
- चंद्रोदय: रात्रि 4:34 बजे (2 जुलाई)
- चंद्रास्त: सायं 5:21 बजे
अशुभ समय (दोष काल)
- राहुकाल: दोपहर 3:11 बजे से 4:48 बजे तक
- गुलिक काल: दोपहर 12:24 बजे से 2:01 बजे तक
- यमगंड: प्रातः 9:36 बजे से 11:13 बजे तक
- दिशा शूल: उत्तर दिशा
- चंद्रबल अशुभ: मिथुन और कन्या राशि वालों के लिए दिन सावधानीपूर्वक व्यतीत करने योग्य
शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: प्रातः 11:48 बजे से 12:42 बजे तक
- विवाह, शुभ कार्यों हेतु समय: वृद्धि योग में दोपहर तक अनुकूल
- गृह प्रवेश / भूमि पूजन: प्रातः 7:10 बजे से 10:30 बजे तक
- व्यवसाय आरंभ / दस्तावेज हस्ताक्षर: प्रातः 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
आज का व्रत और पर्व
- देवशयनी एकादशी पारणा तिथि: आज श्रीहरि विष्णु शयन में जाते हैं, जिससे चातुर्मास आरंभ होता है। यह चार महीने तक विवाह, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं।
- मंगलवारी व्रत: हनुमान उपासना के लिए विशेष दिन। संकटमोचन की कृपा पाने के लिए व्रत व पाठ करें।
- दान पुण्य: आज के दिन मसूर दाल, तांबे के बर्तन, लाल वस्त्र, और गुड़ का दान शुभ फलदायक माना जाता है।
विशेष सूचना: पंचांग भारतीय मानक समय (IST) के अनुसार है। अलग-अलग स्थानों पर सूर्योदय-सूर्यास्त में थोड़ा अंतर हो सकता है।