बिहार में उद्योगों और निवेशकों को विशेष सुरक्षा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। उद्योग मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने रविवार को बताया कि राज्य में बिहार औद्योगिक सुरक्षा बल (BISF) का गठन किया जाएगा, जो CISF की तर्ज पर काम करेगा। उद्योग विभाग ने इसका विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर लिया है और इसे जल्द ही सरकार को अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा।
मंत्री ने कहा कि जैसे ही राज्य सरकार से अनुमति मिलती है, BISF के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस बल का मुख्य उद्देश्य उद्योग स्थापित करने वाले उद्यमियों को सुरक्षित व्यवसायिक माहौल उपलब्ध कराना और बड़े निवेश प्रोजेक्ट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करना होगा।
निवेशकों के लिए नया माहौल तैयार: उद्योग मंत्री
डॉ. जायसवाल ने बताया कि नई सरकार बनने के बाद से बिहार में निवेशकों के बीच सकारात्मक माहौल बन रहा है। कई बड़े निवेशक राज्य में उद्योग स्थापित करने की दिशा में उत्सुक हैं। बढ़ते निवेश और औद्योगिक गतिविधियों को देखते हुए उद्योगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बन गई है, इसलिए BISF की आवश्यकता महसूस हुई।
उन्होंने कहा कि कैबिनेट की पहली बैठकों में ही उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा चुके हैं। अगले पाँच वर्षों में 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया है, ताकि 1 करोड़ युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव के दौरान भी इस दिशा में कई बड़े वादे किए थे।
निवेशकों के लिए ‘उद्योग वार्ता’ भी शुरू
उद्योग मंत्री ने बताया कि निवेशकों की समस्याओं को तुरंत दूर करने और उनसे सीधे संवाद स्थापित करने के लिए उद्योग वार्ता की शुरुआत की गई है। इस वार्ता में मुख्य सचिव स्वयं उद्यमियों से रूबरू होते हैं, जिससे उनकी समस्याओं का समाधान त्वरित गति से होता है।
BISF के गठन के बाद बिहार में औद्योगिक माहौल और अधिक मजबूत होने की उम्मीद है। उद्योग विभाग का मानना है कि सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता बनाने से राज्य में आने वाले वर्षों में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित होगा और रोजगार सृजन में तेजी आएगी।


