पटना, 7 जून 2025:
बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा आयोजित जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारियों के लिए तीन-सप्ताहीय विभागीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का भव्य समापन दशरथ मांझी श्रम नियोजन अध्ययन संस्थान, पटना में संपन्न हुआ। समापन समारोह में अधिकारियों और प्रशिक्षुओं के बीच उत्साह और ऊर्जा देखने को मिली।
समारोह की शुरुआत
समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। इसका उद्घाटन अपर मुख्य सचिव, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग एन. विजयलक्ष्मी, विभाग के सचिव प्रणव कुमार राय एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
उद्बोधन में दिखी भविष्य की दिशा
अपने प्रेरणादायक संबोधन में एन. विजयलक्ष्मी ने सभी पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि अब राज्य के दूर-दराज़ क्षेत्रों की सांस्कृतिक प्रतिभाएं राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पहचान बना सकेंगी। उन्होंने लोक परंपरा और शास्त्रीय कलाओं के संतुलन को आवश्यक बताते हुए सांस्कृतिक विरासत को अगली पीढ़ी तक पहुँचाने की प्रेरणा दी।
वहीं विभागीय सचिव प्रणव कुमार राय ने कहा कि तीन सप्ताह का गहन प्रशिक्षण निश्चित रूप से पदाधिकारियों के ज्ञान, प्रबंधन और योजना क्रियान्वयन क्षमता को समृद्ध करेगा, जिससे वे जिला स्तर पर सरकारी योजनाओं को अधिक प्रभावी ढंग से लागू कर सकेंगे।
प्रशिक्षण की उपलब्धियाँ और प्रस्तुतियाँ
समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और मोमेंटो प्रदान किए गए। प्रशिक्षण के दौरान सीखी गई बातों को प्रस्तुतियों के माध्यम से साझा किया गया, जिसमें विभिन्न जिलों के प्रतिभागियों ने सराहनीय विषयों पर संवाद प्रस्तुत किया:
- मुंगेर की सुकन्या ने “कलाओं के माध्यम से युवाओं को जोड़ना” विषय पर विचार रखे।
- पटना की कीर्ति आलोक ने “बदलते परिवेश में संग्रहालय की भूमिका” को रेखांकित किया।
- दरभंगा के चंदन ने “फिल्मों के माध्यम से सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास” की अवधारणा प्रस्तुत की।
- रिचा वर्मा ने “बिहार का लोक संगीत: संरक्षण से नवाचार तक” विषय पर प्रभावी विचार रखे।
- श्याम ने “हर घर एक कला” विषय को सामाजिक दृष्टिकोण से जोड़ा।
अन्य अधिकारियों की सहभागिता
समारोह में सांस्कृतिक कार्य निदेशक रुबी ने पदाधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षित अधिकारी अब आत्मविश्वास के साथ जिले में सांस्कृतिक योजनाओं को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करेंगे।
धन्यवाद ज्ञापन की औपचारिकता अनिल कुमार सिंह द्वारा निभाई गई।
इस अवसर पर विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनमें:
- आंतरिक वित्तीय सलाहकार राणा सुजीत कुमार टुनटुन
- विशेष कार्य पदाधिकारी कहकशाँ
- बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम के फिल्म कंसल्टेंट अरविंद रंजन दास
- खेल विभाग की जनसंपर्क पदाधिकारी नूपुर झा प्रमुख रहे।