भागलपुर: करीब 200 करोड़ रुपये की लागत से बना सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है, लेकिन अब तक आम लोगों को यहां स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं। यह अस्पताल पूर्वी बिहार के लोगों के लिए एक बड़ी उम्मीद था, मगर तीन साल बीत जाने के बाद भी सेवाएं शुरू नहीं हो सकीं।
अस्पताल का उद्घाटन 2018 में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने किया था। हालांकि निर्माण कार्य में देरी, फिर कोरोना महामारी के कारण काम रुका रहा।
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अभिलेश कुमार ने हाल ही में अस्पताल का निरीक्षण किया और बताया कि जून माह से इनडोर सेवा और न्यूरोलॉजी विभाग की शुरुआत की जाएगी। वहीं उपाधीक्षक डॉ. रमेश कुमार ने बताया कि मशीनों की फाइनल जांच पूरी हो चुकी है, कुछ जरूरी उपकरण मंगवाए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि अस्पताल में 353 डॉक्टरों की आवश्यकता है, मगर अब तक सिर्फ 10 डॉक्टरों की नियुक्ति हो पाई है। कम संसाधनों के बावजूद अस्पताल प्रबंधन जून से सेवा शुरू करने को लेकर प्रयासरत है।