
पटना/सारण। बिहार के मढ़ौरा स्थित रेल इंजन कारखाना से निकले अब रेल इंजन सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि विदेश की पटरियों पर भी दौड़ते नजर आएंगे। उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने इस उपलब्धि को ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ अभियान का उत्कृष्ट उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बिहार की एक ऐतिहासिक पहल है।
अफ्रीका को भेजे जाएंगे 100 रेल इंजन
मंत्री नीतीश मिश्रा ने जानकारी दी कि बिहार और अफ्रीका के बीच 100 रेल इंजनों का करार हुआ है। इन इंजनों का निर्माण मढ़ौरा स्थित अत्याधुनिक रेल इंजन फैक्ट्री में किया जाएगा। पहले यहां बनाए गए इंजन पूरे भारत में भेजे जाते थे, लेकिन अब यह विस्तार वैश्विक स्तर तक हो गया है।
‘विकसित भारत’ की दिशा में बड़ा कदम: मंत्री
उद्योग मंत्री ने कहा, “हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के विजन के अनुरूप आगे बढ़ रहे हैं। बिहार अब सिर्फ कृषि राज्य नहीं, बल्कि एक उद्योगिक हब बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।”
बिहार के उद्योग जगत के लिए उज्जवल भविष्य
उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में बिहार का नाम उद्योगों की नई पहचान के रूप में उभरेगा। “मढ़ौरा का रेल इंजन कारखाना आज प्रदेश की औद्योगिक क्षमता का प्रतीक बन चुका है, और इसका विस्तार अब वैश्विक बाजार तक हो रहा है,” उन्होंने जोड़ा।