बिहार में 1.70 लाख शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जब सरकार ने शुरू की थी, उस वक्त नीतीश सरकार ने डोमिसाइल की बाध्यता को खत्म कर दिया था. इससे दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को भी प्रदेश में शिक्षक बनने का मौका मिला. उस दौरान खूब हंगामा मचा था. लेकिन सोशल मीडिया में बाहरी लोगों को नौकरी का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है. सोशल मीडिया पर एक गाना खूब वायरल हो रहा है, जिसमें बिहार सरकार की डोमिसाइल नीति पर सवाल उठाया गया है. यूजर सवाल पूछ रहे है कि, ‘इलाका हमारा, सरकार हमारी, फिर नौकरी क्यों बाहरी को.’
बिहार वाला मजदूरी करे.. यूपी वाला टीचर बा’
बिहार सरकार ने पहले फेज में एक साथ 1.20 लाख शिक्षकों को नौकरी देकर इतिहास रचा. दूसरे फेज में करीब 70 हजार शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया जारी है. एक तरह सरकारी नौकरी मिलने से बिहार के युवा खुश हैं. तो दूसरी तरफ युवाओं में नाराजगी भी है. इनका कहना है कि डोमिसाइल नीति हटाकर नीतीश सरकार ने उनके साथ धोखा किया है. इस बीच, नीतीश-तेजस्वी सरकार पर एक भोजपुरी खाना खूब वायरल हो रह है, जिसमें बिहार सरकार पर तंज कसा गया है।
यह नहीं चलेगा, डोमिसाइल नीति लागू करें’
भोजपुरी गाने के बोल है ‘आई हो दादा कईसन नीतीश जी के नेचर बा, बिहार वाला मजदूरी करे.. यूपी वाला टीचर बा’ #DomicileForBihari. इस गाने को अभिषेक यादव ने लिखा है और गाने के बोल ब्रजेश भारती के है. इस गाने पर लोग तरह-तरह के कमेंट भी कर रहे है. एक यूजर ने लिखा- ‘हमारा भी समय आ रहा है, चुनाव में बता देंगे, जॉब बाहरी को दे देंगे तो वोट भी बाहरी से ही ले।
यूजर के अजब गजब कमेंट
एक और यूजर ने लिखा- ‘डोमिसाइल लागू करें सरकार सारे बिहारी की एक ही मांग, BPSC TRE 3.O में पहला डोमिसाइल लागू हो. दूसरा, नियोजित शिक्षक को अलग रखा जा, नए स्टूडेंट्स के साथ उनका एग्जाम ना हो. तीसरा, अगर डोमिसाइल नहीं लगा सकते तो कम से कम 90 फीसदी सीट बिहार के लोगों के लिए रिजर्व करे तब ही बहाली हो.’ दूसरे यूजर ने लिखा- क्या हम बिहार के युवा पढ़–लिखकर सिर्फ दूसरे राज्यों में मजदूरी करने के लिए हैं?