
भागलपुर, 27 जून 2025:माहे मुहर्रम का चांद गुरुवार की शाम दिखाई दिया, जिससे इस्लामी नववर्ष की शुरुआत शुक्रवार से हो रही है। इसके साथ ही शहर के विभिन्न इमामबाड़ों में ताजियों की साज-सज्जा शुरू कर दी गई है।
शिया वक्फ कमेटी के सचिव सैय्यद जीजाह हुसैन ने जानकारी दी कि यह महीना हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की कर्बला में दी गई कुर्बानियों की याद में गम के तौर पर मनाया जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने के रूप में मुहर्रम को शहादत और सब्र का प्रतीक माना जाता है।
शहर के विभिन्न इलाकों में ताजिए सजाए जा रहे हैं और इमामबाड़ों में धार्मिक कार्यक्रमों की तैयारी शुरू हो गई है। सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण को लेकर प्रशासन भी सतर्क है।