पटना, 1 सितंबर 2025 – राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग (भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय) ने विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मियों को हड़ताल से लौटने के लिए 3 सितंबर शाम 5 बजे तक का अंतिम अवसर दिया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि इसके बाद किसी भी परिस्थिति में योगदान की समय सीमा नहीं बढ़ाई जाएगी और उक्त तिथि के बाद लौटने वाले कर्मियों को कार्य पर रखने पर विचार नहीं किया जाएगा।
अब तक की स्थिति
- 16 अगस्त से हड़ताल पर थे विशेष सर्वेक्षण सहायक बन्दोबस्त पदाधिकारी, कानूनगो, अमीन और लिपिक।
- 30 अगस्त तक 4,000 से अधिक कर्मियों ने अपने-अपने कार्यालयों में योगदान देना शुरू किया।
- विभाग ने सभी का योगदान स्वीकार कर लिया है।
नियम और सख्ती
- 3 सितंबर तक योगदान का अवसर केवल उन कर्मियों के लिए है जिनकी सेवा समाप्ति का आदेश जारी नहीं हुआ है।
- हड़ताल के दौरान अनुशासनहीन पाए गए कर्मियों के खिलाफ अलग से सेवा समाप्ति कार्रवाई की जा रही है।
- विभाग ने कहा कि हड़ताल से लौटने वाले कर्मियों को धमकाने या दबाव डालने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है।
कर्मियों के लिए संदेश
विभाग ने सभी कर्मियों से अपील की है कि वे किसी तरह के दबाव या अफवाह में न आएं और निर्धारित समय सीमा के भीतर योगदान देकर अपनी सेवाएं सुरक्षित करें। प्रशासनिक स्तर पर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हड़ताल से लौटने वाले कर्मियों को किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े।


