गया (मानपुर), 8 जुलाई 2025 – गया जिले के मानपुर में आयोजित सम्राट अशोक सम्मान समारोह में बिहार के उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। समारोह में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और आमजन जुटे। जैसे ही सम्राट चौधरी मंच पर पहुंचे, आयोजकों ने उन्हें सोने और चांदी का मुकुट पहनाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने सादगी का परिचय देते हुए खुले मंच से दोनों मुकुट लौटा दिए।
मंच से लौटाया गया मुकुट
समारोह के आयोजक बार-बार उप-मुख्यमंत्री से मुकुट स्वीकार करने का आग्रह करते रहे, लेकिन सम्राट चौधरी ने स्पष्ट शब्दों में कहा,
“हमने आपका तोहफा स्वीकार कर लिया, लेकिन हमें यह मुकुट नहीं चाहिए।”
उन्होंने आयोजकों को विनम्रता से मुकुट वापस करते हुए कहा कि यह किसी और जरूरतमंद कार्य के लिए उपयोग करें।
बहनों को पायल बनवा दें: सम्राट चौधरी की अपील
सभा को संबोधित करते हुए सम्राट चौधरी ने आयोजकों से कहा कि यदि संभव हो तो मुकुट की जगह कार्यक्रम में मौजूद बहनों को पायल बनवाकर दें।
उन्होंने कहा,
“सोने-चांदी का मुकुट हमारे लिए कोई मायने नहीं रखता, हमारी बहनों के लिए कुछ करिए। मुकुट की जगह बहनों को पायल दिलवा दीजिए।”
जनता का आशीर्वाद ही असली मुकुट
सम्राट चौधरी ने मंच से यह भी कहा कि वे राज दरबार या सत्ता के प्रतीकों से प्रभावित नहीं होते। उन्होंने कहा:
“राज दरबार का समय खत्म हो गया है। अब तलवारों से सत्ता नहीं चलती। हमें तो जनता का आशीर्वाद चाहिए ताकि बिहार को आगे बढ़ाया जा सके।”
बिहार के विकास पर दिया जोर
डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि जब तक बिहारियों को उनकी हिस्सेदारी नहीं मिलेगी, तब तक बिहार का समुचित विकास संभव नहीं है। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि विकास की रफ्तार को बनाए रखने के लिए एकजुट होकर आगे आएं।


