भागलपुर, 10 अक्टूबर।बिहार में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार की एक और बड़ी पहल दिखाई दी। जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं के बैंक खातों में स्वरोजगार के लिए पहली किस्त के रूप में 10,000 रुपये की राशि भेजी गई है। केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त सहयोग से चलाई जा रही इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
योजना के तहत जिन महिलाओं ने स्वरोजगार का कार्य शुरू किया है, उन्हें आगे दो लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता राशि भी प्रदान की जाएगी।
बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा में उमड़ी भीड़
राशि मिलने की खबर फैलते ही सन्हौला प्रखंड के अमडंडा थाना क्षेत्र स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा, छटपटिया शाखा में गुरुवार को महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हजारों महिलाएं सुबह से ही बैंक पहुंच गईं। कई महिलाएं खाता अपडेट कराने और पैसे निकालने के लिए घंटों लाइन में खड़ी रहीं।
“पैसा आया तो खुशी हुई, पर बैंक का चक्कर लगाना पड़ रहा है”
पैसा निकालने पहुंची एक लाभार्थी महिला ने बताया, “सरकार ने जो 10,000 रुपये दिए हैं, उसे निकालने आई हूँ। लेकिन खाता लॉक हो गया है। तीन-चार दिन से बैंक का चक्कर लगा रही हूँ।”
बैंक मैनेजर के अनुसार, “कई महिलाओं का KYC अपडेट नहीं है, इसलिए उन्हें पहले दस्तावेज़ सत्यापन कराना होगा। उसके बाद ही खाते से राशि निकाली जा सकेगी।”
महिलाओं में उत्साह, पर बैंकिंग दिक्कतें बनी चुनौती
योजना को लेकर महिलाओं में उत्साह तो है, लेकिन बैंकिंग प्रक्रिया की जटिलताओं और तकनीकी दिक्कतों के कारण उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है। फिर भी अधिकांश महिलाएं इस राशि को स्वरोजगार की शुरुआत के लिए “नई उम्मीद” मान रही हैं।