पटना, 31 जुलाई 2025 –बिहार के विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्निक संस्थानों में नवप्रवेशित छात्रों के समुचित समायोजन और सुविधाओं को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता विभाग की सचिव डॉ. प्रतिमा ने की।
बैठक में राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों और पॉलीटेक्निक संस्थानों में नामांकित नए छात्रों के समायोजन के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। सचिव डॉ. प्रतिमा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि छात्रों को संस्थानों की प्रशासनिक व्यवस्था, हॉस्टल, मेस, लाइब्रेरी, प्रयोगशालाओं और डिजिटल पोर्टल्स के संबंध में पूरी जानकारी प्रदान की जाए।
रैगिंग पर सख्त रुख, सीसीटीवी निगरानी के निर्देश
बैठक में रैगिंग जैसी घटनाओं पर पूर्ण प्रतिबंध और इस पर निगरानी को लेकर विभाग ने गंभीर रुख अपनाया। सचिव ने सभी सहायक निदेशकों को सख्त निर्देश दिए कि संस्थानों में रैगिंग की किसी भी घटना को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक संस्थान और हॉस्टल परिसर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या और कार्यशीलता की समीक्षा का आदेश दिया गया है।
साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि सभी कैमरे सही ढंग से काम कर रहे हों और सुरक्षा व्यवस्था प्रभावी हो।
डिजिटल जागरूकता भी रहेगी प्राथमिकता
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि छात्रों को विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और पोर्टल्स जैसे शिकायत निवारण प्रणाली, छात्रवृत्ति पोर्टल, परीक्षा पोर्टल आदि की पूरी जानकारी दी जाएगी ताकि छात्र किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान तकनीकी रूप से प्राप्त कर सकें।
बैठक में वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
इस महत्वपूर्ण बैठक में विभाग के अपर सचिव सह निदेशक श्री अहमद महमूद सहित सभी सहायक निदेशक उपस्थित थे। बैठक का उद्देश्य राज्य में तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता और व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाना था ताकि छात्र एक सुरक्षित, सुलभ और सशक्त वातावरण में शिक्षा प्राप्त कर सकें।


