पटना, बिहार – राज्य की राजधानी पटना से इस वक्त एक बड़ी और चिंताजनक खबर सामने आ रही है। शहर के सबसे वीवीआईपी इलाके में गुरुवार सुबह ताबड़तोड़ फायरिंग की घटना ने कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। यह गोलीबारी बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी और पटना हाई कोर्ट के एक जज के आवास के पास हुई है।
इस सनसनीखेज घटना ने पुलिस प्रशासन को हिलाकर रख दिया है और राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
🧨 क्या है पूरा मामला?
गुरुवार सुबह, राजधानी पटना के पॉश और अति-सुरक्षित इलाके में बदमाशों ने लूटपाट के दौरान एक युवक को गोली मार दी।
घटना स्थल मंत्री अशोक चौधरी के सरकारी आवास के नजदीक है, जहां कई अन्य मंत्रियों, न्यायिक अधिकारियों और उच्च प्रशासनिक पदाधिकारियों के आवास भी स्थित हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पीड़ित युवक को लूट का विरोध करने पर अपराधियों ने निशाना बनाया। गोली लगते ही वह जमीन पर गिर पड़ा, और अपराधी मौके से फरार हो गए।
🚓 पुलिस महकमे में हड़कंप
घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, QRT टीम और फॉरेंसिक विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे। क्षेत्र को कॉर्डन कर लिया गया है और चारों ओर की नाकेबंदी कर दी गई है।
सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि अपराधियों की पहचान की जा सके। पुलिस ने कहा है कि मामले में जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
🏥 युवक की हालत गंभीर
घायल युवक को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है और उसे गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) में रखा गया है।
🚨 सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने पटना की सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस गश्ती प्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं:
- जब वीवीआईपी इलाका भी अपराधियों के निशाने पर है, तो आम जनता कितनी सुरक्षित है?
- क्या गश्ती और निगरानी तंत्र में चूक हुई है?
- अपराधियों को इतना बेखौफ होकर गोली चलाने की हिम्मत कैसे मिली?
🗣️ प्रशासन की प्रतिक्रिया
पटना पुलिस का कहना है:
“घटना बहुत गंभीर है। अपराधियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और पूरे क्षेत्र की जांच की जा रही है।”
📍 क्या कहता है यह हमला?
बिहार की राजधानी में इस प्रकार की वारदातें कानून व्यवस्था को लेकर आम जनता की चिंता को और बढ़ा रही हैं। VVIP सुरक्षा घेरा होने के बावजूद ऐसी घटनाएं प्रशासनिक विफलता की ओर इशारा करती हैं।