गया। बिहार में ऑनलाइन सेवाओं का दुरुपयोग थमने का नाम नहीं ले रहा है। कभी कुत्ते तो कभी ट्रैक्टर के नाम पर प्रमाणपत्र बनवाने की कोशिश के बाद अब गया जिले के डोभी अंचल से एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस बार एक आवेदन ‘बुलेट’ के नाम पर, जबकि दूसरा आवेदन ‘हवाझुंझ’ के नाम पर आवास प्रमाण पत्र के लिए जमा किया गया है।
बुलेट – फॉर्च्यूनर का बेटा, डिफेंडर की संतान!
डोभी अंचल अधिकारी (सीओ) परीक्षित कुमार ने बताया कि पहले आवेदन में आवेदक का नाम बुलेट, पिता का नाम फॉर्च्यूनर और माता का नाम डिफेंडर लिखा गया है। पते में ग्राम कोठवारा, पंचायत पचरतन, थाना-प्रखंड डोभी अंकित है। मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी भी डाले गए हैं। साक्ष्य के रूप में रॉयल एनफील्ड बुलेट मोटरसाइकिल की तस्वीर लगाई गई है।
दूसरा आवेदन ‘हवाझुंझ’ के नाम
दूसरे आवेदन में आवेदक का नाम हवाझुंझ, पिता का नाम किसी क्विज और माता का नाम भाव क्विज दर्ज किया गया है। आवेदक का पता ग्राम मुसेहना, पंचायत कुरमावां, थाना बाराचट्टी बताया गया है। इस आवेदन के साथ कुशल युवा कार्यक्रम का विज्ञापन पोस्टर साक्ष्य के तौर पर अपलोड किया गया है।
जांच में हुआ खुलासा – मजाक उड़ाने की साजिश
दोनों आवेदन सामने आने के बाद सीओ ने राजस्व कर्मचारियों से जांच कराई। जांच में पुष्टि हुई कि ये आवेदन जानबूझकर सरकार और सरकारी अधिकारियों की छवि खराब करने के लिए गलत मंशा से किए गए थे।
प्राथमिकी दर्ज
सीओ परीक्षित कुमार ने बताया कि ऐसे फर्जी आवेदन से सरकारी कार्य बाधित होते हैं। इसलिए डोभी थाना में अज्ञात आवेदकों और इसमें शामिल अन्य व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्होंने कहा कि दोषियों की पहचान कर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी बिहार के अलग-अलग जिलों से कुत्ते, ट्रैक्टर और अन्य अजीबोगरीब नामों से ऑनलाइन प्रमाणपत्र आवेदन करने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।


