पटना, 17 अगस्त।राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘स्टार्टअप बिहार’ ने प्रदेश के युवाओं के लिए नए अवसरों के द्वार खोल दिए हैं। अब युवा अपने ही राज्य में रोजगार पा रहे हैं और उद्यमिता की नई लहर देखी जा रही है।
प्रमुख उपलब्धियां
- अब तक 1522 स्टार्टअप पंजीकृत
- 46 स्टार्टअप सेल और 22 इंक्यूबेशन सेंटर स्थापित
- पिछले वर्ष 2261 एमएसएमई स्थानीय उद्योगों से जुड़े
- 1903 जागरूकता शिविर और आउटरीच कार्यक्रम आयोजित
- 8099 छात्रों को प्रशिक्षण एवं 91 छात्रों को इंटर्नशिप
- सिडबी के साथ 150 करोड़ फंड के लिए समझौता
युवाओं के लिए बड़ा सहारा
बिहार स्टार्टअप नीति के तहत सरकार उद्यमियों को 10 वर्षों के लिए 10 लाख तक का ब्याज-मुक्त सीड फंड उपलब्ध करा रही है। यह योजना न केवल युवाओं को प्रोत्साहित कर रही है, बल्कि महिलाओं और उपेक्षित समुदायों की भागीदारी भी सुनिश्चित कर रही है।
बिहार की बदलती तस्वीर
2017 में शुरू हुई यह नीति आज बिहार को स्टार्टअप और निवेशकों के लिए प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे राज्य का सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है और रोजगार के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।


