नई दिल्ली, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज़ हुसैन ने बुधवार को अपने परिवार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह मुलाकात बेहद आत्मीय और भावनात्मक पलों से भरी रही। शाहनवाज़ हुसैन के साथ उनकी पत्नी रेणु हुसैन, पुत्र अरबाज़ हुसैन और अदीब हुसैन भी मौजूद थे।
मुलाकात के दौरान रेणु हुसैन ने प्रधानमंत्री को अपना स्वलिखित काव्यसंग्रह भेंट किया। प्रधानमंत्री ने इस उपहार को सौहार्दपूर्वक स्वीकार करते हुए परिवार के प्रति शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
मुलाकात को बताया दिल छू लेने वाला अनुभव
मुलाकात के बाद शाहनवाज़ हुसैन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से उनकी सपरिवार भेंट “अत्यंत आत्मीय और हृदयस्पर्शी” रही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का व्यक्तित्व, नेतृत्व और सरलता हर किसी को प्रभावित करती है।
उन्होंने कहा—
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे विश्व में भारत की प्रगति और सम्मान के प्रतीक हैं। वे हर देशवासी के दिल में बसते हैं और उनसे मिलना हर किसी की दिली ख्वाहिश होती है। प्रधानमंत्री से मुलाकात और उनका स्नेह पाकर हमारा पूरा परिवार भावुक हो उठा।”
“मोदी जी ने भारत को विश्व मंच पर मजबूत पहचान दिलाई” — शाहनवाज़
शाहनवाज़ हुसैन ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि देश ने पिछले वर्षों में हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।
उन्होंने कहा—
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व हर भारतीय के लिए सौभाग्य की बात है। उनके नेतृत्व में भारत वैश्विक मंच पर एक शक्तिशाली, समर्थ और सक्षम राष्ट्र के रूप में उभरा है। विकास की गति तेज़ हुई है और आम जनता का जीवन स्तर बेहतर हुआ है।”
शाहनवाज़ ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान मिला स्नेह और शुभाशीष उनके परिवार के लिए हमेशा “खूबसूरत यादों” की तरह रहेगा।
परिवारिक माहौल में हुई सौहार्दपूर्ण चर्चा
सूत्रों के अनुसार, यह मुलाकात पूरी तरह अनौपचारिक और पारिवारिक वातावरण में हुई। प्रधानमंत्री ने बच्चों से बातचीत की और रेणु हुसैन की साहित्यिक रुचि की सराहना की। मुलाकात का उद्देश्य राजनीतिक नहीं बल्कि व्यक्तिगत और सौहार्दपूर्ण था।
क्यों महत्वपूर्ण है यह मुलाकात?
- शाहनवाज़ हुसैन भाजपा के प्रमुख राष्ट्रीय चेहरों में शामिल हैं।
- वर्ष 2024 के बाद से वे विभिन्न राष्ट्रीय मंचों पर पार्टी का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं।
- प्रधानमंत्री से यह सपरिवार मुलाकात राजनीतिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर महत्वपूर्ण मानी जा रही है।


