पटना: राजधानी पटना में भीषण गर्मी और बिजली संकट ने गुरुवार को लोगों की हालत बदतर कर दी। अधिकतम तापमान 40.1°C रिकॉर्ड किया गया, लेकिन गर्मी की तीव्रता इससे कहीं ज्यादा महसूस की गई। हालत यह रही कि सड़कें सूनी, बाजार सुस्त और लोग अपने घरों में कैद नजर आए।
हकीकत से ज्यादा गर्म महसूस हुई गर्मी
- अधिकतम तापमान: 40.1°C
- न्यूनतम तापमान: 31.6°C
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, वायुमंडल में अत्यधिक नमी और कम हवा की गति की वजह से लोगों को वास्तविक तापमान से भी अधिक गर्मी महसूस हुई। यह स्थिति तब तक बनी रहेगी जब तक कि बारिश नहीं होती और तापमान में 5 से 6 डिग्री तक की गिरावट नहीं आती।
बिजली संकट ने बढ़ाई मुश्किलें
सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात यह रही कि पटना के कंकड़बाग और आस-पास के इलाकों में दिन भर बिजली गायब रही।
- बिजली कटौती बुधवार रात से शुरू हुई थी, जो गुरुवार शाम तक जारी रही।
- कारण बताया गया है कि बिजली ग्रिड में तकनीकी गड़बड़ी आ गई थी।
- इस बीच बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए।
शिक्षण संस्थानों पर आंशिक रोक लागू
गर्मी के चलते पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने शैक्षणिक गतिविधियों पर आंशिक रोक लगाई है:
- कक्षा 8 तक के स्कूल: केवल सुबह 11:00 बजे तक चलेंगे
- प्री-स्कूल और आंगनबाड़ी: सुबह 10:00 बजे तक ही खुले रहेंगे
- कोचिंग संस्थान:
- सुबह 11 बजे तक कक्षाएं
- शाम 4:30 बजे के बाद ही संचालन की अनुमति
यह निर्णय बच्चों को गर्मी से बचाने के लिए लिया गया है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अगले दो-तीन दिनों में बारिश नहीं हुई, तो हीट इंडेक्स और भी खतरनाक स्तर पर पहुंच सकता है। प्रशासन लगातार हालात की निगरानी कर रहा है, लेकिन बिजली संकट ने समस्या को और बढ़ा दिया है।
जनता से अपील
प्रशासन और मौसम विभाग की ओर से नागरिकों को सलाह दी गई है कि:
- दोपहर 12 से 4 बजे के बीच घर से बाहर न निकलें
- बच्चों और बुजुर्गों को खास सावधानी बरतने की जरूरत
- पानी और ठंडे पेय का अधिक सेवन करें
- अगर कहीं आदेश का उल्लंघन हो रहा है, तो नजदीकी प्रशासनिक कार्यालय को सूचित करें