पटना | 5 नवंबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान कल, 6 नवंबर को होने जा रहा है। कुल 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदाता अपने प्रतिनिधियों का चयन करेंगे। इस चरण में 1314 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 3.75 करोड़ से अधिक मतदाता करेंगे।चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतदान के लिए 45,341 बूथ बनाए गए हैं, जिन पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं।
वोटिंग की समयसीमा और सुरक्षा व्यवस्था
राज्य के 115 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा, जबकि 6 विधानसभा क्षेत्रों के 2135 मतदान केंद्रों पर वोटिंग शाम 5 बजे तक ही संपन्न होगी। सुबह 5 बजे मॉक पोल बूथ एजेंटों की मौजूदगी में होगा और उसके दो घंटे बाद मतदान प्रक्रिया शुरू होगी। चुनाव आयोग ने सभी संवेदनशील बूथों पर सशस्त्र बलों की तैनाती और वेबकास्टिंग की व्यवस्था की है, ताकि मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रहे।
राबड़ी आवास में ‘लालटेन’ को मिल रहा नया रंग
इस बीच, आरजेडी मुख्यालय और राबड़ी देवी आवास में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है। राबड़ी आवास के मेन गेट पर लगे लालटेन के चुनाव चिह्न को हरे रंग से पेंट किया जा रहा है।
पेंटर लगातार “लालटेन को चमकाने” में जुटे हैं। सूत्रों के मुताबिक, 14 नवंबर को ‘लालटेन रोशन’ करने की तैयारी चल रही है — यानी पार्टी को भरोसा है कि इस बार महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है।
आरजेडी समर्थकों का मानना है कि बिहार में जनता बदलाव का मन बना चुकी है और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है।
लालू यादव से मिलने पहुंचे समर्थक
चुनाव परिणाम से पहले ही राबड़ी आवास पर समर्थकों की आवाजाही बढ़ गई है। वाराणसी से आए बासूदेव, जिन्होंने सिर पर लालटेन जलाकर लंबा सफर तय किया, ने कहा —
“लालू जी पिछड़ी जाति के लोगों के नेता हैं। उनसे प्रेरित होकर हम यूपी में आरजेडी का प्रचार करते हैं। इस बार बदलाव तय है, बिहार में तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री बनेंगे।”
उनका कहना है कि लालू प्रसाद यादव ने “भारत को चारों दिशाओं में मशहूर” किया, और वही जनता के असली नेता हैं।
कहां-कहां होगा मतदान
पहले चरण में जिन जिलों में मतदान होगा, उनमें शामिल हैं —
खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय और बक्सर।
राजनीतिक माहौल गर्म
पहले चरण से ठीक पहले एनडीए और महागठबंधन दोनों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। जहां एनडीए ‘विकास और स्थिर सरकार’ के नारे के साथ जनता के बीच पहुंच रही है, वहीं महागठबंधन बेरोजगारी, महंगाई और शिक्षा के मुद्दों पर जनता से जुड़ने की कोशिश कर रहा है। सभी की निगाहें अब कल होने वाले मतदान पर टिकी हैं, जो बिहार की राजनीति की अगली दिशा तय करेगा।


