कैमूर/रामगढ़। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की तैयारी के बीच राजद खेमे में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। कैमूर जिले की रामगढ़ विधानसभा सीट से RJD प्रत्याशी अजीत सिंह ने खुले मंच से ऐसा बयान दिया है, जिसने पार्टी कार्यकर्ताओं को नाराज़ और नेतृत्व को असहज कर दिया है।
“अगर रामगढ़ से मैं नहीं जीता, तो तेजस्वी भी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे”
अपनी चुनावी सभा में अजीत सिंह ने बेहद आक्रामक लहजे में कहा—
“रामगढ़ में जो चाल चल रही है, मैं समझ रहा हूं। अगर रामगढ़ विधानसभा सीट से अजीत सिंह नहीं जीतते हैं, तो बिहार में तेजस्वी भी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। यह मेरा दावा है।”
उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और इसे लेकर राजद में भारी हलचल मच गई है।
RJD में खलबली, कार्यकर्ताओं में नाराज़गी
अजीत सिंह के बयान से कैमूर जिला राजद के कार्यकर्ता खासे नाराज़ हैं। नेताओं और कार्यकर्ताओं का कहना है कि चुनावी मंच से इस तरह का धमकी भरा बयान पार्टी अनुशासन के खिलाफ है।
राजद कार्यकर्ता अजीत सिंह से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग कर रहे हैं। वहीं, अजीत सिंह का कहना है कि उन्हें जानबूझकर हराने की साजिश चल रही है और इसे हल्के में नहीं लिया जाए।
सुधाकर सिंह के बड़े भाई पर भी निशाना
सभा में अजीत सिंह ने मंच पर मौजूद बक्सर सांसद सुधाकर सिंह के बड़े भाई पर भी तीखे तेवर दिखाए। बताया जा रहा है कि रामगढ़ में यादव समुदाय का समर्थन बसपा प्रत्याशी सतीश यादव उर्फ पिंटू सिंह की ओर झुकता दिख रहा है, जिससे अजीत सिंह की नाराजगी और बढ़ गई है।
राजद में आंतरिक कलह हुई उजागर
तेज प्रताप यादव द्वारा हाल ही में तेजस्वी पर हमले के बाद, अब अजीत सिंह का यह धमकी भरा बयान पार्टी के अंदर बढ़ते असंतोष का संकेत माना जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह के बयानों से साफ झलकता है कि राजद के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
कार्यकर्ताओं ने कड़ी कार्रवाई की मांग की
रामगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में राजद कार्यकर्ताओं ने अजीत सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। वे मांग कर रहे हैं कि पार्टी उच्च नेतृत्व ऐसे बागी तेवर अपनाने वाले प्रत्याशी पर तत्काल कार्रवाई करे।


