भागलपुर, 23 मई 2025:सावन की धार्मिक आस्था और परंपरा से जुड़ा श्रावणी मेला 2025 इस वर्ष 11 जुलाई से आरंभ होगा। इसे लेकर जिला पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में समीक्षा भवन में एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में मेला की सुचारु व्यवस्था, सुरक्षा, स्वच्छता और जनसुविधाओं की गहन समीक्षा की गई।
एक सप्ताह पूर्व से ही कांवरियों की आमद शुरू
बैठक में बताया गया कि बंगाल से आने वाले कांवरिए एक सप्ताह पहले से ही पहुंचने लगते हैं, ऐसे में पेयजल, सफाई और स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था को समय से पहले सक्रिय करना जरूरी होगा।
मेला क्षेत्र की व्यापक व्यवस्था
- 14 किमी लंबा कांवरिया पथ, जिसका अंतिम पड़ाव धांधी बेलारी है।
- पीएचईडी द्वारा 217 स्थायी और 247 अस्थायी शौचालय, 12 आरओ वाटर कूलर व 17 पेयजल भेंट लगाए जाएंगे।
- नगर परिषद के 615 शौचालय तीन शिफ्टों में स्वच्छता कर्मियों के माध्यम से संचालित होंगे।
सुरक्षा और निगरानी के पुख्ता इंतजाम
- एसडीआरएफ की 4 टीमें मोटरबोट के साथ गंगा नदी की निगरानी करेंगी।
- 13 स्थलों पर स्वास्थ्य शिविर, सीसीटीवी निगरानी, अस्थाई थाने, और मेला नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे।
- नमामि गंगे घाट और सीढ़ी घाट पर बैरिकेडिंग, गहराई से सुरक्षा के लिए विशेष जाल लगाया जाएगा।
सांस्कृतिक और सूचनात्मक गतिविधियाँ
- प्रतिदिन संध्या में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
- सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रदर्शनी और सूचना केंद्र स्थापित किए जाएंगे ताकि भूले-बिछड़े लोगों को मिलाया जा सके।
- सरकारी योजनाओं के प्रचार हेतु होर्डिंग्स और नुक्कड़ नाटक आयोजित किए जाएंगे।
विद्युत और यातायात व्यवस्था
- 43 ट्रांसफॉर्मर, दो फीडर से सप्लाई, 7 स्थलों पर तकनीकी मिस्त्री तैनात रहेंगे।
- वाहन पार्किंग की व्यवस्था तिलकपुर और मशदी में की गई है, बड़े वाहनों के लिए नया स्थान चिन्हित किया जाएगा।
जिलाधिकारी का निर्देश और आभार
डॉ. चौधरी ने कहा कि “पिछले वर्ष की तरह इस बार भी सभी विभाग पूरी निष्ठा और समर्पण से कार्य करें। मेला की सफलता के लिए बेहतर समन्वय और योजना जरूरी है।”
उन्होंने कांवरिया पथ पर दुकानों के बीच उचित गैप, दर निर्धारण, और मोबाइल ऐप के दोबारा उपयोग पर भी बल दिया।
बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, सिविल सर्जन, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।