पटना, 18 जून 2025 – बिहार के उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कृषि वर्ष 2024-25 के लिए राज्य के प्रमुख फसलों का तीसरा अग्रिम उत्पादन पूर्वानुमान (Advance Estimate) जारी किया। इस अनुमान के मुताबिक इस वर्ष राज्य में 226.807 लाख मेट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन होने की संभावना है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 14.73 लाख मेट्रिक टन अधिक है।
यह पूर्वानुमान बिहार सरकार के योजना एवं विकास विभाग (अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय) द्वारा एकत्र किए गए फील्ड डेटा, किसानों से प्राप्त जानकारी और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर तैयार किया गया है।
रिकॉर्ड उत्पादन के आंकड़े
- चावल: 94.05 लाख मेट्रिक टन
- गेहूं: 74.34 लाख मेट्रिक टन
- मक्का: 54.17 लाख मेट्रिक टन
- दलहन: 4.00 लाख मेट्रिक टन
- तेलहन: 1.21 लाख मेट्रिक टन
श्री सिन्हा ने कहा कि यह बढ़ोतरी राज्य सरकार की प्रभावी कृषि नीति, तकनीकी हस्तक्षेप, और किसानों की मेहनत का परिणाम है। यह आंकड़े खाद्य आत्मनिर्भरता, पोषण सुरक्षा, और किसानों की आय में वृद्धि की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
सरकारी नीतियों की भूमिका
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार द्वारा किसानों को समय पर गुणवत्तापूर्ण बीज, उर्वरक, तकनीकी मार्गदर्शन, और अनुदान सहायता प्रदान की जा रही है। साथ ही मौसम आधारित कृषि सलाह, मृदा परीक्षण, सिंचाई सुविधाएं, और फसल बीमा योजना जैसी पहलों ने राज्य के कृषि उत्पादन में अहम योगदान दिया है।
अधिकारियों को दिशा-निर्देश
श्री सिन्हा ने कृषि विभाग को निर्देश दिए कि इन अग्रिम अनुमानों के आधार पर कृषि प्रबंधन, फसल विविधीकरण, विपणन व्यवस्था, और भंडारण योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाया जाए। उन्होंने किसानों से वैज्ञानिक खेती और तकनीकी उपायों को अपनाने की अपील की।
सकारात्मक संकेत
यह अग्रिम अनुमान राज्य की स्थायी कृषि प्रगति और किसानों की समृद्धि के लिए एक सकारात्मक संकेत है। बिहार सरकार का उद्देश्य कृषि क्षेत्र को लाभकारी और टिकाऊ बनाना है, ताकि राज्य खाद्यान्न उत्पादन के क्षेत्र में देश में एक प्रमुख भूमिका निभा सके।