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लंदन | जून 2025 — भारत की ओर से दुनिया के सामने आतंकवाद के खिलाफ चल रहे निर्णायक अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी देने और पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों को बेनकाब करने के उद्देश्य से सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को विभिन्न देशों में भेजा गया है। इन्हीं में से एक डेलिगेशन का नेतृत्व कर रहे हैं भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद।

लंदन में रखी भारत की बात, दी अंबेडकर को श्रद्धांजलि

रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल लंदन पहुंच चुका है, जहां वे स्थानीय राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षणिक संस्थानों के साथ संवाद स्थापित कर भारत के रुख को मजबूती से रख रहे हैं। इस बीच लंदन में प्रतिनिधिमंडल ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के ऐतिहासिक निवास स्थल का भी दौरा किया, जिसे अब अंबेडकर हाउस म्यूज़ियम के रूप में संरक्षित किया गया है।

यह वही मकान है जहाँ बाबा साहेब अंबेडकर ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाई के दौरान दो वर्ष बिताए थे। इस ऐतिहासिक स्थल पर रविशंकर प्रसाद और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने श्रद्धांजलि अर्पित की और बाबा साहेब के विचारों को आधुनिक भारत की नींव बताया।

ऑपरेशन सिंदूर पर वैश्विक समर्थन जुटाने की मुहिम

रविशंकर प्रसाद लंदन में विभिन्न मंचों पर भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सफल और नैतिक ठहराने की मुहिम में जुटे हुए हैं। उन्होंने वहां यह स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के खात्मे के लिए न केवल आंतरिक रूप से सख्त कदम उठा रहा है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी साझा प्रयास की अपेक्षा करता है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की धरती से संचालित आतंकवाद अब केवल भारत की समस्या नहीं, बल्कि एक वैश्विक खतरा बन चुका है, जिससे यूरोप और अमेरिका भी अछूते नहीं हैं। भारत अब अपने रुख को स्पष्टता और दृढ़ता के साथ दुनिया के सामने रख रहा है।

राजनीतिक संतुलन और राष्ट्रीय संदेश

यह सर्वदलीय पहल बताती है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत एकजुट है, और यह केवल सरकार की नीति नहीं, बल्कि राष्ट्रीय प्रतिबद्धता है। रविशंकर प्रसाद ने अंबेडकर हाउस में मीडिया से बातचीत में कहा:

“बाबा साहेब अंबेडकर ने समानता, स्वतंत्रता और न्याय की जो बुनियाद रखी, वह भारत की विदेश नीति और आंतरिक सुरक्षा दोनों की प्रेरणा है। आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई उसी संविधान की रक्षा के लिए है जिसे बाबा साहेब ने रचा था।”