पास होने के बावजूद एयरपोर्ट गेट पर रोकी गईं, सत्ता के दबाव का आरोप
पूर्णिया, 16 सितंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्णिया आगमन और विकास परियोजनाओं के शिलान्यास-अनावरण कार्यक्रम में उस समय राजनीतिक हलचल तेज हो गई जब पूर्णिया नगर निगम की महापौर एवं जिले की प्रथम नागरिक विभा कुमारी को कार्यक्रम स्थल में प्रवेश नहीं करने दिया गया।
जानकारी के अनुसार, जिला प्रशासन द्वारा पास निर्गत होने के बावजूद मेयर को एयरपोर्ट गेट पर रोक दिया गया। इस घटना से स्थानीय राजनीति में खासी नाराजगी और चर्चा तेज हो गई है।
सत्ता के दबाव का आरोप
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि यह पूरा घटनाक्रम सदर विधायक विजय खेमका के राजनीतिक दबाव का नतीजा है। आरोप है कि अपने विधानसभा क्षेत्र में कमजोर होती पकड़ को देखते हुए विधायक ने महापौर को कार्यक्रम से दूर रखने का प्रयास किया।
“प्रधानमंत्री का स्वागत मेरा हक” – मेयर विभा कुमारी
महापौर विभा कुमारी ने कहा,
“नगर निगम की प्रमुख और जिले की प्रथम नागरिक होने के नाते प्रधानमंत्री का स्वागत करना मेरा हक है। लेकिन सत्ता के नशे में चूर विधायक के इशारे पर मुझे रोका गया। जनता सब देख रही है और समय आने पर इसका जवाब देगी।”
राजनीतिक गलियारों में चर्चा
यह घटना न केवल प्रशासनिक निष्पक्षता पर सवाल उठाती है बल्कि पूर्णिया की राजनीति में नई खींचतान को भी उजागर करती है। विपक्षी दलों ने इसे लोकतांत्रिक परंपराओं का अपमान बताया है, वहीं स्थानीय स्तर पर लोग इसे “जनप्रतिनिधियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई” मान रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के ऐतिहासिक दौरे और 40,000 करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात के बीच, महापौर को कार्यक्रम से बाहर रखने की यह घटना अब चर्चा का प्रमुख मुद्दा बन गई है।


