पटना, 16 मई।गव्य विकास निदेशालय, बिहार में पशुपालकों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं की प्रगति को लेकर एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. एन. विजयलक्ष्मी की अध्यक्षता में यह बैठक निदेशालय के मुख्यालय पर सम्पन्न हुई, जिसमें राज्य स्तर से लेकर जिला स्तर तक के सभी संबंधित पदाधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में समग्र गव्य विकास योजना, देशी गौपालन प्रोत्साहन योजना और पशु बीमा योजना सहित विभागीय कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की गई। योजनाओं के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए डॉ. विजयलक्ष्मी ने सभी अधिकारियों को समयबद्ध, प्रभावी और लाभुक केन्द्रित कार्ययोजना पर अमल करने का निर्देश दिया।
पशुपालकों को बीमा के लाभ से जोड़ने पर विशेष जोर
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाएं सीधे तौर पर पशुपालकों की आर्थिक समृद्धि से जुड़ी हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे पशुपालकों से सीधा संवाद स्थापित करें और उन्हें पशु बीमा योजना के लाभों और उपयोगिता के प्रति जागरूक करें। साथ ही, प्रशिक्षण कार्यक्रमों को गांव-गांव तक पहुंचाने की रणनीति बनाने को भी कहा गया ताकि अधिक से अधिक पशुपालक इन योजनाओं से लाभान्वित हो सकें।
योजनाओं के लक्ष्य प्राप्ति को लेकर दिशा-निर्देश
डॉ. विजयलक्ष्मी ने योजनाओं की प्रगति में तेजी लाने के लिए जमीनी स्तर पर सक्रियता बढ़ाने, लाभुकों की पहचान में पारदर्शिता रखने तथा मूल्यांकन और मॉनिटरिंग व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि विभागीय लक्ष्यों को प्राथमिकता के आधार पर सटीक क्रियान्वयन के साथ पूर्ण किया जाए।
उपस्थिति और विचार-विमर्श
बैठक में निदेशक (गव्य) श्री केदार नाथ सिंह, संयुक्त निदेशक (मुख्यालय), सभी क्षेत्रीय संयुक्त निदेशक (गव्य) तथा सभी जिला गव्य विकास पदाधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने अब तक की प्रगति रिपोर्ट के साथ-साथ आगामी योजनाओं और उनके सफल क्रियान्वयन की रणनीति भी साझा की।