मोकामा विधानसभा सीट पर बढ़ी सियासी गर्मी, सीएम नीतीश कुमार अनंत सिंह के लिए जल्द कर सकते हैं चुनावी सभा

पटना/मोकामा: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र मोकामा सीट इन दिनों राज्य की सबसे चर्चित और संवेदनशील विधानसभा सीटों में से एक बन चुकी है। हाल ही में हुए दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल था, लेकिन पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी से स्थिति अब काफ़ी हद तक नियंत्रण में आ गई है।

इस बीच राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद मोकामा पहुंचकर जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह के समर्थन में चुनावी सभा करने की तैयारी में हैं।


सीएम नीतीश के दौरे को लेकर तेज़ हुई हलचल

मोकामा की राजनीति अब केवल स्थानीय दायरे तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह राज्य स्तरीय सियासत का केंद्र बन गई है।
सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अनंत सिंह के पक्ष में प्रचार करने की इच्छा जाहिर की है।
जेडीयू के वरिष्ठ नेताओं को पहले से ही मोकामा भेजा गया है, ताकि सभा की तैयारियों और स्थानीय समीकरणों का जायज़ा लिया जा सके।
संभावित रूप से पचमहला मैदान में यह सभा आयोजित की जा सकती है।


प्रशासन सतर्क, इलाके में बढ़ी चुनावी गतिविधियाँ

दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद प्रशासन लगातार इलाके पर कड़ी निगरानी बनाए हुए है।
अब जब स्थिति सामान्य होती दिख रही है, चुनावी गतिविधियाँ भी तेजी से बढ़ रही हैं।
स्थानीय जनता में चर्चा है कि मुख्यमंत्री अगले 24 से 48 घंटों में मोकामा में सभा कर सकते हैं।
अगर सब कुछ तय कार्यक्रम के अनुसार हुआ तो आधिकारिक ऐलान जल्द किया जाएगा।


रणनीतिक रूप से अहम मानी जा रही मोकामा सीट

नीतीश कुमार का संभावित मोकामा दौरा जेडीयू के लिए एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है।
पार्टी इस सीट को किसी भी हालत में हल्के में नहीं ले रही है।
जेडीयू का मानना है कि मुख्यमंत्री की मौजूदगी से

  • स्थानीय कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार होगा,
  • और विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे नैरेटिव को सीधी चुनौती दी जा सकेगी।

राजनीतिक तापमान उफान पर

दुलारचंद यादव हत्या कांड के बाद से विपक्ष लगातार कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहा था।
ऐसे में नीतीश कुमार का यह दौरा न केवल चुनावी दृष्टि से अहम होगा, बल्कि यह प्रशासनिक विश्वास बहाली का भी प्रयास माना जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि मुख्यमंत्री का यह कदम मोकामा के चुनावी समीकरणों को निर्णायक रूप से प्रभावित कर सकता है।


 

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