दुलारचंद हत्याकांड पर पटना SSP का बड़ा बयान: जानिए अनंत सिंह को लेकर क्या कहा अधिकारी ने

मोकामा: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मोकामा क्षेत्र में हुई दुलारचंद यादव हत्याकांड की गूंज अब पूरे राज्य में सुनाई दे रही है।इस घटना के बाद जहां सियासी हलचल तेज है, वहीं अब पटना एसएसपी का भी बयान सामने आया है।उन्होंने साफ किया कि घटना की हर एंगल से जांच की जा रही है, और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।


क्या है मामला?

जन सुराज पार्टी के समर्थक और कभी आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी रहे दुलारचंद यादव की हत्या कर दी गई है। वे जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे थे।यह घटना मोकामा विधानसभा क्षेत्र के घोसवरी टाल इलाके में हुई,जहाँ दो प्रत्याशियों के काफिले आपस में आमने-सामने आ गए।इसके बाद पत्थरबाजी और फायरिंग की स्थिति बन गई।घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है और भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।


अनंत सिंह पर आरोप, लेकिन उन्होंने किया खंडन

हत्या के बाद जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी और मृतक के परिजनों ने जेडीयू उम्मीदवार और बाहुबली नेता अनंत सिंह पर आरोप लगाया है।

उनका कहना है कि

“अनंत सिंह के समर्थकों ने इस वारदात को अंजाम दिया।”

वहीं अनंत सिंह ने स्थानीय मीडिया से बातचीत में आरोपों को
सिरे से खारिज कर दिया और कहा —

“हम टाल में वोट मांग रहे थे। पीछे की गाड़ियों पर हमला हुआ। यह सूरजभान की साजिश है।”


पटना DM का बयान — “संवेदनशील क्षेत्र, जांच जारी”

पटना जिलाधिकारी त्यागराजन एस.एम. ने बताया कि

“घोसवरी टाल इलाके में दो प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच झड़प हुई, जिसमें दुलारचंद यादव की मौत संदेहास्पद परिस्थितियों में हुई है।”

डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि मृतक पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


पटना SSP का बयान — “हर तथ्य की गहराई से जांच की जा रही है”

पटना एसएसपी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह घटना 30 अक्टूबर की दोपहर साढ़े तीन बजे के करीब हुई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची।

उन्होंने बताया —

“घटनास्थल पर दो से तीन गाड़ियां क्षतिग्रस्त मिलीं।
एक गाड़ी के अंदर दुलारचंद यादव का शव पाया गया। फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटा लिए हैं।
तकनीकी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।”

एसएसपी ने यह भी कहा कि

“मामले की जांच निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जा रही है। किसी भी राजनेता या उम्मीदवार को लेकर पुलिस पक्षपात नहीं करेगी।”


दोनों पक्षों की अपनी-अपनी कहानी

जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी का कहना है कि

“हमारा काफिला तारतर गांव से गुजर रहा था,
तभी अनंत सिंह का काफिला सामने आ गया और झड़प हो गई।”

वहीं अनंत सिंह का दावा है —

“हमारे काफिले पर पहले हमला किया गया।
हमारे कई समर्थक घायल हुए हैं।”


फॉरेंसिक जांच और सीसीटीवी फुटेज से जुड़ेगी कड़ियाँ

पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि
घटना की वास्तविक सच्चाई सामने आ सके।

एसएसपी ने कहा —

“तकनीकी साक्ष्य, मोबाइल डेटा और गवाहों के बयान के आधार पर दोषियों की पहचान की जा रही है।”


तनाव के बीच प्रशासन अलर्ट

फिलहाल मोकामा में भारी पुलिस बल तैनात है और
स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। प्रशासन मतदाताओं से शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है।


 

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