पटना, 05 अक्टूबर 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में युवाओं के कौशल विकास को नई दिशा देने के उद्देश्य से जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन से ऑनलाइन युवा संवाद और कौशल दीक्षांत समारोह के माध्यम से संबोधन किया।
बिहार सरकार ने विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए पहले ही आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है। अधिनियम-2025 की धारा-11 के तहत श्रम संसाधन विभाग के सचिव दीपक आनंद को इस विश्वविद्यालय का पहला कुलपति नियुक्त किया गया है। वहीं, राज्य के श्रम आयुक्त राजेश भारती को विश्वविद्यालय का पहला रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया।
प्रारंभिक संचालन राजधानी के दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन अध्ययन संस्थान से किया जाएगा।
गौरतलब है कि बिहार विधानमंडल ने सर्वसम्मति से “जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय विधेयक-2025” को स्वीकृति प्रदान की थी। यह विश्वविद्यालय राज्य में चल रहे सात निश्चय पार्ट-1 और पार्ट-2 के कौशल विकास कार्यक्रमों का विस्तार करेगा और युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में स्थापित इस विश्वविद्यालय का उद्देश्य युवाओं को कौशल प्रशिक्षण, उद्यमशीलता, व्यावसायिक शिक्षा, शोध और नवाचार के क्षेत्र में अवसर प्रदान करना है। विश्वविद्यालय से जुड़े संस्थानों को संबद्धता भी दी जाएगी, जिससे पूरे राज्य में कौशल विकास को नई दिशा मिलेगी।
सरकार का मानना है कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना से बिहार के युवाओं की रोजगार क्षमता बढ़ेगी और वैश्विक बाजार की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित मानव संसाधन तैयार होंगे।


