पटना जिले के एएन कॉलेज स्थित वज्रगृह में विधानसभा चुनाव के बाद सभी ईवीएम मशीनें कड़ी सुरक्षा के बीच सुरक्षित रखी गई हैं। जिला प्रशासन ने बताया कि 14 नवंबर को होने वाली मतगणना के दौरान पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष माहौल में कराई जाएगी।
मतगणना के दिन सभी प्रत्याशियों को भी निर्धारित नियमों के तहत काउंटिंग हॉल से निगरानी का अवसर मिलेगा।
हर विधानसभा क्षेत्र में दिखी दिनभर चुनावी हलचल
मतदान वाले दिन पटना जिले के कुम्हरार, पटना साहिब, दीघा, बांकीपुर, फुलवारी, फतुहा, मसौढ़ी, मनेर, बिक्रम, बख्तियारपुर, दानापुर, मोकामा, बाढ़ और पालीगंज सहित सभी विधानसभा क्षेत्रों में दिनभर चुनावी तापमान चरम पर रहा।
149 प्रत्याशियों की किस्मत अब ईवीएम में बंद हो चुकी है।
चुनाव के दौरान प्रत्याशी और उनके समर्थक लगातार अपने पोलिंग एजेंटों से मोबाइल और वॉकी-टॉकी के जरिए हर पल का अपडेट लेते रहे — कहाँ वोटिंग तेजी से हो रही है, कहाँ धीमी पड़ रही है।
उम्मीदवारों ने लिया बूथों का जायजा
कई उम्मीदवार स्वयं अपने वाहनों से विभिन्न बूथों पर पहुंचे, जबकि कुछ ने इसके लिए अपने प्रतिनिधि भेजे।
शाम होते-होते उम्मीदवारों के घरों और पार्टी कार्यालयों में नतीजों को लेकर रणनीतिक चर्चा शुरू हो गई। समर्थकों के बीच संभावित वोट प्रतिशत और बूथवार समीकरणों पर गहमागहमी बढ़ गई।
मतगणना पर टिकी जिलेभर की निगाहें
जिला प्रशासन का कहना है कि सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं ताकि जनता के मत का सम्मान और लोकतंत्र की विश्वसनीयता बरकरार रहे।
अब पूरा जिला 14 नवंबर को होने वाली मतगणना का इंतजार कर रहा है, जब ये तय होगा कि पटना की जनता ने किस पर भरोसा जताया है।


