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पटना, 05 अक्टूबर 2025: बिहार में निर्माण श्रमिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। यह घटना रोहतास जिले के चेनारी प्रखंड के ग्राम बरताली कला निवासी शैलेश कुमार से जुड़ी है। शैलेश बिहार श्रम संसाधन विभाग के अंतर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिक हैं।

जानकारी के अनुसार, किसी अज्ञात व्यक्ति ने शैलेश कुमार को फोन कर कहा कि उन्हें वस्त्र सहायता योजना के तहत राशि दिलाई जाएगी। इसके लिए 1,000 रुपये की फीस देने की मांग की गई। ठग ने व्हाट्सएप्प के माध्यम से एक बैंक खाते का क्यूआर कोड भेजा और भुगतान करने को कहा। शैलेश ने विश्वास में आकर 500 रुपये ट्रांसफर कर दिए। बाद में ठगी का पता चलने पर उन्होंने तुरंत श्रम मंत्री संतोष कुमार सिंह को सूचित किया।

उल्लेखनीय है कि बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड ने हाल ही में लगभग 16 लाख पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को 5,000 रुपये की राशि DBT के माध्यम से प्रदान की थी। यह राशि वस्त्र सहायता योजना के तहत दी गई थी और इसके लिए किसी भी तरह की फीस या अतिरिक्त भुगतान की आवश्यकता नहीं थी।

श्रम मंत्री संतोष कुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत कार्रवाई का निर्देश दिया। मंत्री के निर्देश पर विभागीय सचिव दीपक आनंद ने पटना के साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई और संबंधित अधिकारियों को अपराधियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। साथ ही ठगी गई राशि की वसूली सुनिश्चित करने और निर्माण श्रमिकों में जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए।

दीपक आनंद ने कहा, “हमारी किसी भी योजना में पंजीकृत श्रमिक से पैसे की मांग नहीं की जाती। ऐसी ठगी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी और श्रमिकों के हितों की हर संभव रक्षा की जाएगी।”

विभाग ने श्रमिकों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध कॉल या संदेश पर भुगतान न करें और ऐसी घटनाओं की सूचना तुरंत नजदीकी थाने या विभागीय टोल-फ्री नंबर 1800 296 5656 पर दें।


 

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