आरा/पूर्णिया: बिहार की राजनीति में बयानबाजी का पारा चढ़ता जा रहा है। पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने आरा दौरे के दौरान चिराग पासवान और एनडीए गठबंधन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने चिराग पासवान की नव संकल्प महासभा पर निशाना साधते हुए कहा, “चुनाव लड़ना सबका सपना होता है, लेकिन सबको पिता की विरासत नहीं मिलती है।”
पप्पू यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चिराग पासवान को अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा का समर्थक बताते हुए कहा कि वे नरेंद्र मोदी के हनुमान हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अब यह भाजपा को तय करना है कि बिहार का चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा या फिर चिराग पासवान के नेतृत्व में। साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि किसके कंधे पर बंदूक रखकर चलाई जाएगी।
जदयू और भाजपा पर भी निशाना
पप्पू यादव ने जदयू और भाजपा पर भी हमला करते हुए कहा कि जनता को गुमराह करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने बिहार की जनता से अपील की कि वह सतर्क रहें और असली मुद्दों पर ध्यान दें।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है। नेताओं के तीखे बयान और एक-दूसरे पर व्यक्तिगत कटाक्ष से यह स्पष्ट हो रहा है कि चुनावी रणभूमि तैयार है।
राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पप्पू यादव की यह टिप्पणी सीधे तौर पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को राजनीतिक रूप से कमजोर दिखाने की कोशिश है। साथ ही इससे यह संकेत भी मिलते हैं कि आगामी चुनाव में विपक्षी दलों के बीच संभावित गठबंधन और समीकरणों की उलझनें बढ़ सकती हैं।