बीपीएससी अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन जारी है. इसी बीच शनिवार को केंद्र में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अभ्यर्थियों से मिलने के लिए गर्दनीबाग धरनास्थल पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अभ्यर्थियों से बात की और फिर चलते बने. राहुल गांधी के जाने के ठीक बाद पप्पू यादव भी धरनास्थल पहुंचे. उन्होंने अभ्यर्थियों से बात की और राहुल गांधी को लेकर बयान दिया.
अभ्यर्थियों से मिले राहुल गांधी: दरअसल, राहुल गांधी के आने से पहले भी बीते दिनों पप्पू यादव अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने अभ्यर्थियों से यह कहा था कि राहुल गांधी जब भी पटना आएंगे उनका प्रयास होगा कि आप अभ्यर्थियों से भी वे मिले. शनिवार को राहुल गांधी पटना आए और अभ्यर्थियों से मुलाकात भी की. अभ्यर्थियों से क्या बात हुई इसपर पप्पू यादव ने अपना बयान दिया.
‘राहुल को दिया धन्यवाद’: पप्पू यादव ने अभ्यर्थियों से मुलाकात के बाद मीडिया के सामने राहुल गांधी को धन्यवाद दिया. कहा कि अभ्यर्थियों के आंदोलन की यह पहली और बड़ी जीत है कि नेता प्रतिपक्ष अभ्यर्थियों के बीच में आए. कहा कि राहुल गांधी देश के एकमात्र ऐसे नेता हैं जो जाति धर्म और मजहब से ऊपर उठकर 140 करोड़ देशवासियों के हित में सोचते हैं. युवाओं के अधिकार को कुचलने के प्रयास का वह पुरजोर विरोध करते हैं.
“अभ्यर्थियों ने जो कुर्बानी दी है, इसकी यह बड़ी सफलता है. राहुल गांधी ने बच्चों के वादे को पूरा किया. धरनास्थल आकर राहुल गांधी ने साबित कर दिया कि उनके लिए 140 करोड़ इंसान महत्वपूर्ण है. मुझे उम्मीद है कि वे कानूनी मदद भी करेंगे.” -पप्पू यादव, सांसद, पूर्णिया लोकसभा
‘आंदोलन को बेचने की कोशिश’: पप्पू यादव ने बिना नाम लिए प्रशांत किशोर पर निशाना साधा. कहा कि “कुछ लोग नए सत्याग्रही बने और अभ्यर्थियों में भेद पैदा करने की कोशिश किए, लेकिन अभ्यर्थी गर्दनीबाग में इस सर्द रात में भी डटे रहे. कुछ लोग आंदोलन को बेचने का प्रयास किया और राजनीतिक कर अपना चेहरा चमकाया.”
पिता को बुढापे में होगा गंजन: पत्रकार ने पूछा कि राहुल गांधी दिल्ली से आकर अभ्यर्थियों से मिले, लेकिन सीएम बगल में हैं, वे क्यों नहीं आते. इसपर पप्पू यादव भड़क गए. कहा कि मेरा इसपर कुछ नहीं कहना है. “वे (नीतीश कुमार) पिता समान हैं. उन्हें बच्चों का ख्याल रखना चाहिए. जो पिता बच्चों का ख्याल नहीं रखते उनको बुढ़ापे में बहुत गंजन होता है.”
‘एक महीने से धरना पर अभ्यर्थी’: पप्पू यादव ने कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थियों का सत्याग्रह एक महीने से चल रहा है. यह दिन प्रतिदिन मजबूत होते गया है. वे अभ्यर्थियों के नाम पर राजनीति नहीं कर रहे बल्कि वह चाहते हैं कि अभ्यर्थियों के चेहरे पर मुस्कान आए. उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों के मुद्दे पर उन्होंने रेल रोका और बिहार बंद किया लेकिन अभ्यर्थियों से इस प्रदर्शन में शामिल होने की अपील नहीं की. अभ्यर्थियों के लिए अपने तरीके से अपना प्रदर्शन किये.
क्यों धरना पर हैं अभ्यर्थी?: दरअसल, 13 दिसंबर को आयोजित बीपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा के दौरान बापू केंद्र पर छात्रों ने बहिष्कार कर दिया था. छात्रों का आरोप था कि उन्हें प्रश्न पत्र लेट से मिला. खूब हंगामा भी हुआ था. इसके बाद आयोग ने एक केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी और 4 जनवरी को परीक्षा आयोजित की.
अभ्यर्थियों की मांग: छात्रों की मांग थी कि एक नहीं बल्कि सभी केंद्रों की परीक्षा रद्द की जाए, क्योंकि और भी सेंटर पर अनियमित्ता की बात कह रहे हैं. इसी मांग को लेकर अभ्यर्थी पिछले एक माह से धरना दे रहे हैं. सभी केंद्र की परीक्षा रद्द कर फिर से परीक्षा लेने की मांग है.
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.