इस्लामाबाद/नई दिल्ली: भारत के हालिया “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद भारत-पाक के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। इसी बीच पाकिस्तान के सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने दावा किया है कि भारत ने 12 ड्रोन के जरिए पाकिस्तान के लाहौर, गुजरांवाला, बहावलपुर, चकवाल, रावलपिंडी, अटक, मियानो, छोर और कराची समेत कई शहरों में हमला किया है। हालांकि, भारत की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है और न ही पाकिस्तान ने इस दावे के पुख्ता सबूत पेश किए हैं।
क्या कहा पाकिस्तान ने?
ISPR (Inter Services Public Relations) के प्रवक्ता के अनुसार:
- ड्रोन हमले में इजरायली हारोप ड्रोन का इस्तेमाल किया गया।
- लाहौर में एक सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया गया, जिसमें चार सैनिक घायल हुए।
- पाकिस्तान ने दावा किया कि सभी 12 ड्रोन मार गिराए गए और उनका मलबा एकत्र किया जा रहा है।
हालांकि, अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों रॉयटर्स और AP ने सिर्फ लाहौर में एक ड्रोन के गिरने और चकवाल में एक ड्रोन के खेत में गिरने की पुष्टि की है। अन्य शहरों में हमलों की कोई स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है।
ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि
पाकिस्तान का यह दावा ऐसे समय पर आया है जब भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को टारगेट किया था, जिसमें बहावलपुर की सुभान अल्लाह मस्जिद और मुरिदके का लश्कर बेस भी शामिल हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: बढ़ता दबाव
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर EU, UK, फ्रांस, जर्मनी और तुर्की ने चिंता जताई है। सभी देशों ने तत्काल डी-एस्केलेशन की मांग की है। वहीं, तुर्की ने तो “पूर्ण युद्ध” की चेतावनी तक दे दी है।
लाहौर और कराची के हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण अब तक 25 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिससे क्षेत्रीय यात्रियों को काफी असुविधा हो रही है।
पाकिस्तान के दावे पर संदेह क्यों?
विशेषज्ञों के अनुसार:
- ISPR ने पहले भी गलत दावे किए हैं — जैसे पहलगाम हमले के बाद एक चीनी ड्रोन को भारतीय बताना।
- पांच भारतीय फाइटर जेट्स और एक ड्रोन को गिराने के दावे का भी कोई सबूत सामने नहीं आया।
- लाहौर और चकवाल को छोड़कर बाकी शहरों में किसी भी प्रकार की क्षति की पुष्टि नहीं हुई है।
भारत की रणनीतिक चुप्पी
भारत की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। यह स्पष्ट है कि भारत, पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे “प्रोपेगेंडा” का जवाब फिलहाल राजनयिक मौन से दे रहा है। लेकिन यह भी माना जा रहा है कि यदि पाकिस्तान की तरफ से कोई उकसावे वाली कार्रवाई होती है, तो ऑपरेशन सिंदूर का अगला चरण और भी निर्णायक हो सकता है।