किशनगंज। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भले ही अभी बाकी है, लेकिन राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। इसी बीच AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को किशनगंज से अपनी सीमांचल न्याय यात्रा की शुरुआत कर दी। इस मौके पर उन्होंने प्रेस वार्ता कर महागठबंधन और विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।
गठबंधन को लेकर ओवैसी का बड़ा बयान
ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी को महागठबंधन में शामिल न किए जाने का कारण जनता भलीभांति समझ रही है। उन्होंने बताया कि AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को पत्र लिखकर गठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई थी। यहां तक कि मीडिया के माध्यम से भी संदेश दिया गया था।
AIMIM की ओर से केवल छह सीटों की मांग रखी गई थी, लेकिन तेजस्वी यादव की ओर से कोई जवाब नहीं मिला।
ओवैसी ने कहा,
“हमने अपनी जिम्मेदारी निभा दी है। अब यह बिहार की जनता तय करेगी कि कौन भाजपा को मजबूत करना चाहता है और कौन उसके खिलाफ खड़ा है।”
‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद पर जवाब
पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर ओवैसी ने कहा कि हर मुसलमान पैगंबर मोहम्मद से मोहब्बत करता है और यह उनके ईमान का हिस्सा है। ऐसे पोस्टरों पर रोक लगाने की बात पूरी तरह गलत है और इससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है।
तेजस्वी यादव पर कटाक्ष
तेजस्वी यादव के डिग्री धारकों को रोजगार देने के वादे पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा कि पहले यह स्पष्ट होना चाहिए कि बिहार में स्नातक पास कितने युवा हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सिर्फ खोखले वादों से जनता को गुमराह नहीं किया जा सकता।
सीमांचल में बढ़ी हलचल
ओवैसी की सीमांचल यात्रा ने साफ कर दिया है कि AIMIM इस बार पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है। किशनगंज, अररिया, कटिहार और पूर्णिया जैसे जिलों में पार्टी का जनाधार मजबूत माना जाता है। पिछली बार भी AIMIM ने इसी इलाके से सीटें जीतकर सबको चौंकाया था।
ओवैसी की सक्रियता ने महागठबंधन के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं, वहीं एनडीए के लिए भी AIMIM की दावेदारी एक नई चुनौती बन सकती है। अब सीमांचल का चुनावी मुकाबला और भी दिलचस्प होने जा रहा है।


