Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

“बिजली आपूर्ति में कोई समझौता नहीं” — ऊर्जा सचिव पंकज कुमार पाल का कड़ा संदेश

ByKumar Aditya

मई 3, 2025
20250503 054703

पटना, 3 मई:तेज़ आंधी और बारिश के बीच निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने को लेकर आज पटना स्थित विद्युत भवन में ऊर्जा सचिव श्री पंकज कुमार पाल की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में एनबीपीडीसीएल एवं एसबीपीडीसीएल के वरिष्ठ अधिकारी, फील्ड के अधीक्षण अभियंता व कार्यपालक अभियंता उपस्थित रहे।

ऊर्जा सचिव ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिजली आपूर्ति में किसी भी प्रकार की बाधा – चाहे वह लोड शेडिंग, पावर शॉर्टेज या तकनीकी खराबी हो – बिल्कुल अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि इस विषय पर मुख्य सचिव स्तर पर नियमित निगरानी हो रही है और ऊर्जा विभाग को सख्त निर्देश प्राप्त हैं।

ब्रेकडाउन की स्थिति में त्वरित सूचना अनिवार्य:
बैठक में निर्देश दिया गया कि यदि किसी 11 केवी फीडर में एक घंटे से अधिक का ब्रेकडाउन होता है, तो उसकी जानकारी तत्काल निदेशक (ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस) और मुख्य अभियंता (मुख्यालय) को दी जाए। साथ ही, फीडर आउटेज को रोकने के लिए नियमित रखरखाव और डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर की निगरानी सुनिश्चित करने को कहा गया है।

शाम की आपूर्ति बनी रहे प्राथमिकता:
श्री पाल ने जोर देते हुए कहा कि शाम के समय बिजली आपूर्ति की निरंतरता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए, जिससे उपभोक्ताओं को असुविधा न हो। उपभोक्ता कॉल का सम्मानपूर्वक और समय पर उत्तर देना अनिवार्य किया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बिना पूर्व सूचना के कोई भी शटडाउन नहीं लिया जाएगा।

आपात तैयारियों पर विशेष ध्यान:
आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए स्ट्रैटेजिक लोकेशनों पर खंभे (पोल) की व्यवस्था और स्टोरहाउस में आवश्यक सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया। सेक्शन ऑफिस में जंपर, तार, इंसुलेटर जैसी सामग्रियाँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखने के निर्देश दिए गए।

टेक्नोलॉजी से पारदर्शिता:
ऊर्जा सचिव ने एक इन-हाउस ऐप विकसित करने का निर्देश भी दिया, जिससे रियल-टाइम में स्टॉक मॉनिटरिंग हो सके और फील्ड स्टाफ को अधिकृत रूप से सामग्री निर्गत की जा सके।

बैठक में एनबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे, एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक श्री महेंद्र कुमार, मुख्यालय के वरीय अधिकारी और फील्ड अधिकारी मौजूद थे। फील्ड अधिकारियों ने इस दौरान जमीनी चुनौतियों और व्यावहारिक सुझावों को साझा किया।


 

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *