पटना | 21 अप्रैल 2025: बिहार पुलिस ने साइबर अपराध की दुनिया में चल रही एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय साजिश का खुलासा किया है। जांच में सामने आया है कि साइबर अपराधी ठगी के जरिए जमा किए गए पैसों को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर पाकिस्तान और नेपाल जैसे देशों में भेज रहे हैं।
PHQ (पुलिस मुख्यालय) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अपराधी Binance (बिनांस) जैसे क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर डॉलर में ट्रांजैक्शन कर रहे हैं और पैसों को विदेशी खातों में ट्रांसफर किया जा रहा है।
पूर्वी चंपारण, पूर्णिया और अररिया जिलों में यह नेटवर्क काफी सक्रिय है, जहां ठग लोगों को फर्जी कॉल, लिंक और स्कीम के जरिए ठगकर पैसे इकट्ठा करते हैं। उसके बाद इन पैसों को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेश भेज दिया जाता है।
जांच में जुटीं केंद्रीय एजेंसियां
इस खुलासे के बाद NIA, ED और CBI जैसी केंद्रीय एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, NIA की एक विशेष टीम जल्द ही मोतिहारी पहुंचेगी, जहां वह इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की तह तक जाने के लिए विस्तृत जांच शुरू करेगी।
गिरोह का मास्टरमाइंड नेपाल में
बिहार पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि इस साइबर गिरोह का मास्टरमाइंड नेपाल में बैठा हुआ है, जो पाकिस्तानी सिम कार्ड के जरिए बिहार में अपने नेटवर्क को संचालित कर रहा है। यह गिरोह स्थानीय युवाओं को झांसे में लेकर उन्हें अपने नेटवर्क में शामिल करता है और फर्जी ऑनलाइन एक्टिविटीज के जरिए ठगी करता है।
क्या है गिरोह का तरीका?
- पहले लोगों को फर्जी लिंक, इनाम या नौकरी के झांसे में फंसाया जाता है।
- उनसे ठगी के जरिए पैसे ऐंठे जाते हैं।
- फिर उन पैसों को क्रिप्टोकरेंसी जैसे Bitcoin या Ethereum में बदला जाता है।
- इसके बाद Binance जैसे प्लेटफॉर्म से उसे डॉलर में बदलकर विदेशी अकाउंट्स में भेजा जाता है।
बिहार पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने इस नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की तैयारी शुरू कर दी है। अधिकारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में इस मामले में कई और बड़े नाम सामने आ सकते हैं।