शुक्रवार को भागलपुर के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में मेडिकल इतिहास रच दिया गया। यहां पहली बार मस्तिष्क रोग के मरीज पर ऑपरेशन हुआ और वह भी पूरी तरह सफल रहा। 35 वर्षीय हरदेव सिंह के दिमाग की संक्रमित हड्डी को सर्जरी से हटाया गया। ऑपरेशन के बाद उनकी हालत में लगातार सुधार है।
एमआरआई ने खोला राज, टीम ने लिया चुनौती
न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि हरदेव के दिमाग की हड्डी के एक हिस्से में गंभीर संक्रमण था। एमआरआई में खुलासा होते ही ऑपरेशन का फैसला लिया गया। गुरुवार को जांच-परख कर ‘ऑल क्लियर’ मिलने के बाद शुक्रवार सुबह न्यूरो OT में सर्जरी शुरू हुई।
डेढ़ घंटे की मैराथन सर्जरी
डॉ. पंकज कुमार की अगुवाई में डॉ. सूर्यकांत मणि, डॉ. संदीप, डॉ. विशाल शेखर और एनेस्थेटिक विशेषज्ञ डॉ. महेश कुमार की टीम ने डेढ़ घंटे तक यह नाजुक ऑपरेशन किया। निजी अस्पताल में इसका खर्च एक लाख से ऊपर होता, लेकिन यहां मरीज को बड़ी राहत मिली।
दिल की जांच भी जल्द
उपाधीक्षक डॉ. अजय कुमार सिंह ने बताया कि हॉस्पिटल में जल्द ही हृदय रोग विभाग में ‘इको’ जांच भी शुरू होगी।
मायागंज अस्पताल में मरीजों को राहत— कूपन अब OPD में ही
मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अविलेश कुमार ने शुक्रवार को OPD का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड कूपन के लिए मरीजों को आधे से पौने एक घंटे तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है।
तुरंत आदेश हुआ— स्त्री एवं प्रसव रोग, मेडिसिन, सर्जरी और हड्डी रोग विभाग के डॉक्टर को ही जांच कूपन सीधे दे दिए जाएँ, ताकि मरीजों को भटकना न पड़े।


