पटना। देशभर में रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित हुई नीट (NEET) 2025 परीक्षा के दौरान गड़बड़ी फैलाने की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। नोएडा, राजस्थान, ओडिशा और केरल में छापेमारी कर 11 शातिरों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से दो आरोपी बिहार के रहने वाले हैं।
भुवनेश्वर में अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़
भुवनेश्वर में एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ, जो फर्जी अभ्यर्थियों को परीक्षा दिलाने की फिराक में था। यह गिरोह जाली प्रवेश पत्र बनवाकर परीक्षार्थियों की जगह सॉल्वर बैठाने की योजना बना रहा था। जांच में सामने आया है कि ये शातिर प्रत्येक अभ्यर्थी से 20 से 30 लाख रुपये वसूलते थे।
पकड़े गए लोगों में बिहार के अरविंद कुमार, झारखंड के प्रियदर्शी कुमार, और ओडिशा के सुनील सामंतराय व रूद्र नारायण बेहरा शामिल हैं। गिरोह के सदस्य आधार कार्ड, पंजीकरण विवरण लेकर प्रवेश पत्र तैयार करते और उन्हें बिहार के सदस्यों तक पहुंचाया जाता था।
राजस्थान और नोएडा में भी गिरफ़्तारी
राजस्थान पुलिस ने 40 लाख रुपये में नीट पेपर दिलवाने का झांसा देने वाले तीन आरोपियों को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। वहीं नोएडा में परीक्षा में धांधली का प्रयास कर रहे एक अन्य गिरोह के तीन सदस्य भी पकड़े गए। ये आरोपी सॉल्वर गैंग से जुड़े थे और परीक्षार्थियों की जगह नकली अभ्यर्थी परीक्षा में बैठाते थे।
गिरफ्तार आरोपियों में विक्रम साह (दरभंगा, बिहार), अनिकेत कुमार और धर्मपाल सिंह शामिल हैं, जो दिल्ली में रहकर इस ठगी को अंजाम दे रहे थे।
केरल में भी पकड़ा गया फर्जी परीक्षार्थी
केरल में भी एक फर्जी परीक्षार्थी को रंगे हाथों पकड़ा गया है। यह संदेह जताया जा रहा है कि इस गिरोह का जाल देशभर में फैला हुआ है और बिहार के कई परीक्षा केंद्रों पर गहन जांच की जा रही है।
NTA ने AI से ली मदद
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने कहा है कि इस तरह की गड़बड़ी को पकड़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद ली गई है। कई सेंटरों की निगरानी सॉफ्टवेयर एल्गोरिदम और पहचान प्रणाली के जरिए की जा रही है।