ज्येष्ठ मास में सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश के साथ नौतपा की शुरुआत होती है। इस वर्ष नौतपा 25 मई से शुरू होकर 1 जून तक चलेगा। खगोल विद्वान शरत चंद्र के अनुसार, सूर्य 25 मई की अलसुबह 3:27 बजे रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा, जिससे नौतपा की विधिवत शुरुआत होगी।
शरत चंद्र बताते हैं कि नौतपा के दिनों में तेज गर्मी और लू चलना जरूरी होता है। यदि इन दिनों धरती और आकाश पर्याप्त नहीं तपे, तो अच्छी बारिश की संभावनाएं घट जाती हैं और फसलें भी प्रभावित हो सकती हैं। उनके मुताबिक:
- पहले दो दिन अगर गर्मी नहीं पड़ी तो चूहों की संख्या बढ़ सकती है।
- तीसरे व चौथे दिन लू न चलने पर टिड्डियों के अंडे नष्ट नहीं होंगे, जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है।
- पांचवे और छठे दिन लू नहीं चली तो फ्लू जैसे संक्रमण फैल सकते हैं।
- सातवें और आठवें दिन लू का न चलना सांप-बिच्छुओं की सक्रियता बढ़ा सकता है।
- नौवें और दसवें दिन यदि गर्मी कम रही तो तेज आंधियों से फसलें बर्बाद हो सकती हैं।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान: राहत नहीं, उमस बढ़ेगी
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, नौतपा की शुरुआत के पहले तीन दिन यानी 25 से 27 मई तक जिले में बादल छाए रहेंगे। इस दौरान हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। अधिकतम तापमान 34 से 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।
हालांकि पूर्वी हवाओं के प्रभाव से आर्द्रता अधिक रहेगी, जिससे लोगों को गर्मी से ज्यादा उमस की वजह से परेशानी झेलनी पड़ सकती है।