
मुंगेर | नक्सल विरोधी अभियान के तहत एसटीएफ और जिला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। रविवार को पांच साल से फरार हार्डकोर नक्सली कैला कोड़ा को मुंगेर जिले के लड़ैयाटांड़ थाना क्षेत्र के पैसरा गांव से गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी 2021 में दर्ज आर्म्स एक्ट और यूएपीए (UAPA) से संबंधित एक मामले के तहत हुई है।
किस-किस मामले में वांछित था कैला कोड़ा?
गिरफ्तार नक्सली कैला कोड़ा पर मुंगेर के अलावा लखीसराय जिले के कजरा और पीरीबाजार थानों में भी गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें शामिल हैं:
- आर्म्स एक्ट के अंतर्गत अवैध हथियार रखने के मामले
- रंगदारी (extortion) से जुड़े प्रकरण
- यूएपीए के तहत विध्वंसक गतिविधियों में संलिप्तता
इन सभी मामलों में वह लंबे समय से फरार चल रहा था।
डीएसपी ने दी जानकारी
मुख्यालय डीएसपी पंकज कुमार ने पुष्टि करते हुए कहा,
“एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पैसरा में छापेमारी कर कैला कोड़ा को गिरफ्तार किया गया है। उसे लड़ैयाटांड़ थाना की अभिरक्षा में रखा गया है।”
उन्होंने यह भी बताया कि अब आरोपी से पूछताछ के आधार पर उसके नेटवर्क की जानकारी इकट्ठा की जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियों को मिली राहत
कैला कोड़ा की गिरफ्तारी को नक्सल मोर्चे पर एक अहम सफलता माना जा रहा है, क्योंकि वह कई नक्सली वारदातों में सीधे तौर पर शामिल रहा है और लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों की निगाह में था।
आगे की कार्रवाई
- आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी
- उसके पुराने नेटवर्क और सहयोगियों की पहचान की जा रही
- संभावित ठिकानों पर और भी छापेमारी की जा सकती है
कैला कोड़ा जैसे फरार नक्सलियों की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि राज्य की सुरक्षा एजेंसियां अब गंभीर और लगातार कार्रवाई की रणनीति पर काम कर रही हैं, जिससे नक्सलियों के संगठनात्मक ढांचे को लगातार झटका लग रहा है।