सीतामढ़ी (बिहार)— बिहार के सीतामढ़ी जिले के बथनाहा प्रखंड में 2008 में बहाल किए गए 30 प्रखंड शिक्षकों की नियुक्तियों को राज्य अपीलीय प्राधिकार, पटना ने अवैध करार दिया है। इसके बाद शिक्षा विभाग ने तत्काल प्रभाव से सभी नियुक्तियों को रद्द कर नौकरी से हटाने का आदेश जारी कर दिया।
क्या है मामला?
2008 में बथनाहा के स्थानीय नियोजन इकाई द्वारा शिक्षकों की नियुक्तियां की गई थीं, जिन पर शुरू से ही नियमों के उल्लंघन और अनियमितता के आरोप लगे थे। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) ने इस पर आपत्ति जताते हुए राज्य अपीलीय प्राधिकार में मामला उठाया था।
प्राधिकार का फैसला
राज्य अपीलीय प्राधिकार ने नियोजन प्रक्रिया में नियमों की अनदेखी की पुष्टि करते हुए:
- सभी 30 नियुक्तियों को शून्य घोषित कर दिया।
- आदेश दिया कि इन शिक्षकों को भुगतान किया गया वेतन भी अवैध माना जाएगा।
- भविष्य में कोई सेवा या वेतन संबंधी दावा मान्य नहीं होगा।
जिला शिक्षा पदाधिकारी का निर्देश
बथनाहा के प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) को निर्देश दिया गया है कि:
- 15 दिनों के अंदर सेवा समाप्ति की प्रक्रिया पूरी करें।
- प्रतिवेदन स्थापना शाखा को सौंपा जाए।
बर्खास्त शिक्षकों की सूची में शामिल कुछ नाम:
- शंभू दास
- राम ईश्वर कुमार
- अमित कुमार
- मंसूर अंसारी
- श्याम कुमार
(कुल 30 शिक्षक)
यह कार्रवाई बिहार सरकार की शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और कठोर निगरानी की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है। इससे राज्य भर में चल रही अन्य संदिग्ध नियुक्तियों की भी समीक्षा तेज होने की संभावना है।